उत्तर पूर्वी राज्य मणिपुर में दो महीने से हिंसा जारी है। कुकी-ज़ोमी समुदाय की दो महिलाओं को पुरुषों की भीड़ द्वारा नग्न घुमाए जाने और उनके साथ यौन उत्पीड़न किए जाने का यह वीडियो बुधवार को प्रसारित हो रहा है। यह वीडियो दो महीने से अधिक पुराना है। इस वीडियो के सामने आने के बाद मणिपुर सरकार और केंद्र सरकार पर खासे सवाल उठ रहे हैं। मणिपुर हिंसा के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले पर बोले हैं।
नागरिक और राजनीतिक जगत से मिल रहीं तीखी प्रतिक्रियाओं के बाद केंद्र सरकार इस मामले में संसद में बहस के लिए तैयार हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्र से पहले कहा कि इस मामले पर उनका हृदय पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है। उल्लेखनीय है कि पहली बार प्रधानमंत्री मणिपुर हिंसा पर बोले हैं। इस हिंसा को शुरु हुए ढ़ाई महीने से ज्यादा समय हो चुका है। इस पर प्रधानमंत्री मोदी की खूब आलोचना हुई लेकिन वे इस विषय पर मौन बने रहे। अब महिलाओं के उत्पीड़न के इस वीडियो पर पूरे राजनीतिक जगत में तीखी प्रतिक्रिया हुई और पहली बार मोदी कैबिनेट की महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी सक्रिय दिखाईं दीं उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बात करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि “मेरा दिल उन दो महिलाओं के प्रति दुखी है जिनके साथ बेहद अपमानजनक और अमानवीय कृत्य किया गया, जैसा कि कल सामने आए परेशान करने वाले वीडियो में दिखाया गया है।
मणिपुर की जो घटना सामने आई है वो किसी भी सभ्य समाज के लिए ये शर्मसार करने वाली घटना है। गुनाह करने वाले कितने और कौन हैं, वो अपनी जगह पर हैं पर बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वो अपने राज्यों में कानून व्यवस्थाओं को और मजबूत करें।… pic.twitter.com/6YcMUE1pOy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 20, 2023
इस घटना पर बहस करने के लिए सरकार तैयार थी और विपक्ष ने इस पर सरकार पर तीखा प्रहार किया और बाद में दोनों सदनों को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस घटना की जानकारी देते हुए मीडिया को को बताया कि घटना 4 मई को थौबल जिले में हुई थी और इस मामले में 18 मई को कांगपोकपी जिले में एक शून्य प्राथमिकी दर्ज की गई थी। हालाँकि, “अज्ञात सशस्त्र बदमाशों” के खिलाफ अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या सहित आरोपों पर एफआईआर दो महीने पहले दर्ज की गई थी, लेकिन गुरुवार तक ये कहा गया कि इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
हालांकि अब राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने घोषणा की कि पहली गिरफ्तारी हो गई है। मणिपुर के मुख्यमंत्री ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि मौत की सजा की संभावना पर विचार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने गुरुवार को ट्विटर पर लिखा, “फिलहाल गहन जांच चल रही है और हम सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, जिसमें मौत की सजा की संभावना पर भी विचार किया जाए।”
My hearts go out to the two women who were subjected to a deeply disrespectful and inhumane act, as shown in the distressing video that surfaced yesterday. After taking a Suo-moto cognisance of the incident immediately after the video surfaced, the Manipur Police swung to action…
— N.Biren Singh (Modi Ka Parivar) (@NBirenSingh) July 20, 2023
शाम को एक प्रेस नोट में, मणिपुर के पुलिस अधीक्षक के मेघचंद्र सिंह ने कहा कि “राज्य पुलिस दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है”।
दोनों महिलाएं, एक की उम्र 20 वर्ष और दूसरी की 40 वर्ष, कुकी-ज़ोमी प्रभुत्व वाले पहाड़ी जिले कांगपोकपी से हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि पुरुषों की भीड़ उन्हें नग्न अवस्था में सड़क पर और खेत की ओर ले जा रही है। कुछ लोगों को दो महिलाओं को खेत की ओर खींचते और उनके साथ जबरदस्ती छेड़छाड़ करते देखा जा सकता है।