भोपाल। सागर जिले के बंडा में एक नाबालिग बालिका के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के बाद से सरकार का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को सागर के कजलीवन मैदान पर एक बड़ी जनसभा हुई जिसमें ओबीसी वर्ग के लोगों के सहित दलित और आदिवासी समुदायों के भी लोग शामिल हुए।
इस रैली में पहुंचने वालों की संख्या कई हजारों में रही। जाहिर है यह पिछड़े वर्ग के लोगों का सरकार के खिलाफ एक बड़ा प्रदर्शन है जिसका असर आने वाले समय में दिखाई देगा।
इन सभी वर्गों के नेताओं ने एक सुर में घटना के आरोपी 53 वर्षीय अरुण मिश्रा पर कड़ी कार्रवाई न करने की सूरत में सरकार को बड़े आंदोलन की चेतावनी दी।
मैने आज 4 सितम्बर 2022 को मध्य प्रदेश के सागर में ओबीसी,एससी,एसटी न्याय रैली को संबोधित किया pic.twitter.com/snB0dqTDem
— Sadhna Bharti (@sadhnabharti5) September 4, 2022
घटना में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश सहित दूसरे राज्यों से समाज के नेता और सामाजिक कार्यकर्ता यहां पहुंच थे। इनमें हाल ही में भाजपा से निष्कासित किए गए प्रीतम सिंह लोधी भी रहे जिन्हें ब्राह्मण और कथावाचकों के खिलाफ़ बोलने पर पार्टी ने निष्कासित कर दिया था।
इसके अलावा सामाजिक कार्यकर्ता और देश के नेता डॉ आनंद राय भी यहां पहुंचे। वहीं भीम आर्मी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के भी कई नेता यहां मौजूद रहे। रैली के लिए भीड़ जुटाने में ओबीसी महासभा ने लगातार काम किया। महासभा के नेता महेंद्र सिंह लोधी लगातार इसके लिए जनसंपर्क करते नजर आए।
जयस के प्रदेश अध्यक्ष अंतिम मुजाल्दा ने कहा अगर बेटी को न्याय नहीं मिलता है तो वे विधानसभा का घेराव करेंगे। निर्भया केस की वकील समृद्धि कुशवाहा भी यहां पहुंची।
कार्यक्रम को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने भी तैयारियां की हुई थी।
आज ऐतिहासिक विशाल आंदोलन सागर में,
बंडा में 13 वर्ष की नाबालिग लोधी समाज की बेटी के साथ बालात्कारी आरोपी 59 वर्षीय अरुण मिश्रा फांसी की सजा एव न्याय के सागर में भीम आर्मी ने आंदोलन में हिस्सा लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रत्न सिंह जी सरकार को ललकारा।
भीमआर्मी, ओबीसी महासभा, जयस✊ pic.twitter.com/QrOV060wGw— Anurag Kaushal (@AnuragK9792) September 4, 2022
सागर में इस तरह के विरोध प्रदर्शन की तैयारी काफी दिनों से की जा रही थी। इसके पीछे बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना बड़ी वजह है। कुछ दिनों पहले बंडा के खेजड़ाभेड़ा गांव में लोधी समुदाय की एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ था जिसके बाद पुलिस ने 56 वर्षीय आरोपी अरुण मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इसके बाद लगातार आरोपी मिश्रा पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जाने लगी और बात समाज के टकराव तक पहुंच गई। इस दौरान प्रीतम सिंह लोधी का मामला भी सामने आया। वहीं दलित आदिवासियों के लिए बनाए गए राजनीतिक और सामाजिक दलों ने भी इस मांग को भरपूर बल दिया। इन सभी संगठनों के लोगों ने सोशल मीडिया पर लोगों को जोड़ने के लिए बड़ा अभियान चलाया और घर घर जाकर सागर की रैली में लोगों को आने के लिए तैयार किया।