MSP पर खरीदी की घोषणा के बाद मंडियों में बढ़ेगी सोयाबीन की आवक, तैयारी में जुटी मंडियां


धार मंडी में सोयाबीन की आवक से पहले मंडी प्रशासन और व्यापारियों के बीच दामों को लेकर समन्वय स्थापित करने के लिए बैठक की गई। समर्थन मूल्य और सोयाबीन के उचित दाम को लेकर किसान संगठनों ने अपनी मांगें रखीं, लेकिन कोई ठोस निर्णय नहीं हो पाया।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Updated On :

धार जिले की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी में सोयाबीन की आवक शुरू होने से पहले मंडी प्रशासन और व्यापारियों के बीच एक बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य भावों को लेकर संभावित विवादों से बचने के लिए पहले से समन्वय स्थापित करना था। इस बैठक की अध्यक्षता मंडी सचिव केके नरगावे ने की, जिसमें प्रमुख व्यापारी प्रतिनिधि अनंत अग्रवाल सहित अन्य व्यापारियों ने हिस्सा लिया।

बैठक का मुख्य उद्देश्य सोयाबीन के दामों को लेकर आपसी सहमति बनाना था, ताकि भविष्य में किसानों और व्यापारियों के बीच किसी तरह का विवाद न हो। इससे पहले, सोमवार को मंडी में किसानों और व्यापारियों के बीच सोयाबीन के दाम को लेकर बहस हुई थी, जिससे मंडी में ढाई घंटे तक हंगामा चला था और किसान सड़क पर बैठ गए थे। ऐसी स्थिति की पुनरावृत्ति से बचने के लिए यह बैठक बुलाई गई।

 

समर्थन मूल्य पर खरीदी की प्रतीक्षा

किसान संगठन सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी का इंतजार कर रहे हैं। वर्तमान में समर्थन मूल्य 4800 रुपए के करीब है, लेकिन किसान संगठनों की मांग है कि सोयाबीन का भाव 6000 रुपए तक बढ़ाया जाए। सरकार की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही किसान अंतिम निर्णय लेंगे।

 

सोयाबीन के दाम बने चिंता का विषय

किसानों का कहना है कि उन्हें व्यापारियों द्वारा सोयाबीन का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है, जिसके कारण मूल्य वृद्धि की मांग की गई है। वहीं, व्यापारियों ने अपनी स्थिति स्पष्ट की। बैठक में सोयाबीन की बढ़ती आवक के दौरान संभावित विवादों से बचने के लिए समाधान तलाशने की बात हुई, लेकिन दामों पर नियंत्रण न होने के कारण कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका। जल्द ही इस मुद्दे पर फिर से बैठक बुलाई जाएगी।

 



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