संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक: 30 सितंबर को भोपाल में होगा किसान सत्याग्रह


संयुक्त किसान मोर्चा ने भोपाल में आयोजित बैठक में 30 सितंबर को नीलम पार्क में किसान सत्याग्रह करने का निर्णय लिया है। इसमें समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी और अतिवृष्टि मुआवजा जैसी मांगें प्रमुख हैं। 28 सितंबर को शहीद भगत सिंह जयंती पर कॉरपोरेट विरोधी दिवस मनाया जाएगा।


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उनकी बात Published On :

भोपाल में आयोजित संयुक्त किसान मोर्चा की प्रदेश स्तरीय बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। मोर्चा ने घोषणा की है कि 30 सितंबर को राजधानी भोपाल के नीलम पार्क में किसान सत्याग्रह आयोजित किया जाएगा। इस सत्याग्रह का मुख्य उद्देश्य किसानों के हितों के लिए समर्थन मूल्य (सी2+50%) पर खरीद की कानूनी गारंटी सुनिश्चित करने की मांग करना है। इसके तहत सोयाबीन, धान, मक्का, गेहूं, चना और गन्ने के लिए निश्चित समर्थन मूल्य घोषित करने की बात कही गई है।

 

संयुक्त किसान मोर्चा ने विभिन्न फसलों के लिए समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि सोयाबीन का मूल्य 8000 रुपये प्रति क्विंटल होना चाहिए। इसी तरह, धान का मूल्य 5000 रुपये प्रति क्विंटल, मक्का का 3000 रुपये प्रति क्विंटल, गेहूं का 4000 रुपये प्रति क्विंटल, चना का 8000 रुपये प्रति क्विंटल और गन्ने का 500 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए।

 

बैठक में राज्यभर के किसान प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपनी-अपनी जिलों की समस्याओं और स्थितियों पर रिपोर्ट पेश की। मोर्चा ने अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को तत्काल मुआवजा देने, फसल बीमा का भुगतान करने और प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग भी उठाई। इसके अलावा, वन अधिकार कानून के तहत पट्टाधारी किसानों को उनका हक दिलाने और चरनोई भूमि से अतिक्रमण हटाने पर भी जोर दिया गया।

28 सितंबर को शहीद भगत सिंह की जयंती को कॉरपोरेट विरोधी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय भी लिया गया है। इसके साथ ही, एमएसपी पर खरीद की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर जिलों में यात्राएं भी आयोजित की जाएंगी।

 

बैठक में मोर्चा ने झाबुआ जिले में मैंगनीज खनन के खिलाफ चल रहे जन आंदोलन को अपना समर्थन देने का फैसला किया। मोर्चा की ओर से सात सदस्यीय जांच दल इस आंदोलन में भाग लेने के लिए भेजा जाएगा।

 

इसके अलावा, बैठक में राष्ट्रीय स्तर पर मोर्चा की आगामी योजनाओं पर भी चर्चा की गई। 17 सितंबर को चंडीगढ़ में मोर्चा की राष्ट्रीय संचालन समिति की बैठक में 26 नवंबर को दिल्ली में किसान रैली आयोजित करने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा।

 

बैठक के दौरान किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुनीलम, नर्मदा बचाओ आंदोलन के मुकेश भगोरिया, भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप ठाकुर सहित अन्य प्रमुख किसान नेताओं ने अपने विचार साझा किए।

 



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