एमपी विधानसभा चुनाव 2023ः अगर ऐसा कहा तो कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को न जीने दूंगा न मरने दूंगा… शिवराज सिंह चौहान


उषा ठाकुर को प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज़ कई नेता सीएम की सभा में नहीं पहुंचे।


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राजनीति Updated On :

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को महू पहुंचे। वे यहां भाजपा प्रत्याशी उषा ठाकुर के सर्मथन में सभा करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने कांग्रेसी नेताओं पर जमकर हमला बोला। सीएम कहते नजर आए कि प्रदेश में कांग्रेसी नेता कार्यकर्ता बहनों को धमकी दे रहे हैं कि चूल्हे नहीं जलने दूंगा लेकिन ऐसा कहना वे (सीएम शिवराज) बर्दाश्त नहीं करेंगे। महू में मुख्यमंत्री ने केवल 25 मिनिट ही भाषण दिया। इससे प्रत्याशी ठाकुर सहित कई नेता कुछ निराश भी नजर आए।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जहां विशाल आम सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा तुष्टीकरण के लिए राजनीति की है लेकिन अब यह सहन नहीं होगा। हमारी योजना व विकास की गति से कांग्रेसी पूरी तरह घबरा गए हैं उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने हमारे भाइयों बहनों के लिए शुरू की गई कई योजनाओं को पूरी तरह बंद कर दिया था लेकिन आप ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मुझ पर आप कुछ भी कर लें लेकिन मैं प्रदेश के भाइयों बहनों के उपर एक भी संकट सहन नहीं करूंगा।

सीएम ने कहा कि कांग्रेस नेता स्व-सहायता समूह की मेरी बहनों को धमकी दे रहे हैं। कर्मचारियों को भी धमकी दे रहे हैं, कह रहे हैं कि अगर तुमने चुनाव में गड़बड़ी की तो तुम्हारे घर में चूल्हा नहीं जलने दूंगा, तुम्हारे बच्चों का खाना छीन लूंगा। कर्मचारियों को काला पानी भेज दूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा- कमल नाथ और दिग्विजय सिंह सुन लेना, ये मेरी बहनें हैं, भांजे-भांजियां हैं। तुम मेरे बारे में कुछ भी कहो, सहन कर लूंगा, लेकिन अगर मेरी बहनों की तरफ कोई आंख उठी या हाथ उठा तो मैं किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ूंगा। बहनों का भोजन छीनने की धमकी देने वालों को शिवराज सिंह चौहान छोड़ेगा नहीं। उनको न जीने दूंगा, न मरने दूंगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारी भी पूरी ईमानदारी और कर्मठता के साथ लोकतंत्र के त्योहार में जुटे हैं।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ व दिग्विजय सिंह को खुली चुनौती देते हुए कहा कि कि मेरे प्रदेश के भाई और बहनों पर जरा सी भी आंच आई तो वह हाल करूंगा ना जीने दूंगा और मारोगे तो ना मरने दूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों ने तो मेरा श्राद्ध तक करवा दिया था लेकिन मैं फिर पूरी ताकत के साथ में उठ खड़ा हुआ हूं और एक बार फिर प्रदेश की सेवा करूंगा।

आजाद मैदान पर आयोजित सभा में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता व समर्थक मौजूद थे जिसमें भाजपा प्रत्याशी उषा ठाकुर भी शामिल थी। हालांकि इस दौरान कई भाजपा के नेता नहीं आए। ये वही नेता थे जिन्होंने बाहरी प्रत्याशी के तौर पर प्रत्याशी उषा ठाकुर का विरोध किया था।  प्रत्याशी उषा ठाकुर को एक बार फिर प्रत्याशी बनाने तथा स्थानीय नेताओं की मांग को अनसुनी कर देने पर महू के अनेक वरिष्ठ कार्यकर्ता इन दोनों नेता इन दोनों पार्टी से नाराज चल रहे हैं। यही कारण है कि तहसील के सभी वरिष्ठ नेताओं ने उषा ठाकुर के जनसंपर्क से पूरी तरह दूरी बनाए रखी है।

इसका एक उदाहरण मुख्यमंत्री की सभा में भी देखने को मिला उषा ठाकुर के मंच पर कोई भी नाराज भाजपा नेता मौजूद नहीं था। यहां पिगडंबर के नेता कंचन सिंह चौहान जरूर रहे। हालांकि वे खुद भी पहले टिकिट की मांग करते आ रहे थे लेकिन अब वे ठाकुर के साथ हैं। इसके अलावा राधेश्याम यादव, अशोक सोमानी जैसे कई ऐसे नेता है जो ठाकुर से खुलकर अपनी नाराजगी जता चुके हैं। ऐसे में यहां त्रिकोणीय मुकाबला होने के बावजूद भी ठाकुर अपनी जीत के प्रति आश्वस्त नहीं हैं।



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