ग्वालियर में प्रियंका गांधी की बड़ी रैली, कहा “भाजपा जाएवे बारी है, कांग्रेस आएवे बारी है…”


प्रियंका गांधी की यह सभा खासी भीड़ उमड़ी, कांग्रेसी नेताओं ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर निशाना साधा


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राजनीति Published On :

भोपाल। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को ग्वालियर में बड़ी रैली की। इसे जन आक्रोश रैली का नाम दिया गया। उन्होंने यहां फिर 6 गारंटियां दोहराई। इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर शिवराज सरकार को भी घेरा और कहा कि उन्होंने तो भ्रष्टाचार में भगवान को भी नहीं छोड़ा। सिंधिया पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं सिंधिया पर भी 10 मिनट बोल सकती हूं कि किस तरह अचानक उनकी विचारधारा पलट गई, लेकिन मैं जनता का ध्यान भटकाने नहीं आई हूं, इसलिए जनता के मुद्दों की बात करूंगी। इस सभा में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, डॉ. गोविंद सिंह, विवेक तन्खा जैसे कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

प्रियंका ने यहां मणिपुर की स्थिति और उस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि  मणिपुर में 77 दिन से हिंसा हो रही है। भयावह अत्याचार हो रहा है। …और हमारे प्रधानमंत्री ने 77 दिन के लिए इस पर कोई बयान ही नहीं दिया। कल एक भयावह वीडियो सामने आने के बाद मजबूरी में एक बयान दिया। इसमें एक वाक्य बोला और उसमें भी राजनीति घोल दी। उसमें उन प्रदेशों का नाम लिया जिनमें विपक्ष की सरकार है।

इस दौरान प्रियंका ने ग्वालियर चंबल इलाके की बोली में लोगों से बात करने की कोशिश की। उन्होंने कहा

मोए आज ग्वालियर-चंबल में आइके बड़ी खुशी भई। मैं पहले भी पीतांबरा मईया के दर्शन को आई हती, मोई दादी इंदिरा जी आपके क्षेत्र में आई हतीं, उनने मोए रानी लक्ष्‍मीबाई की कहानी खूब सुनाई हती, मोए बचपन में तुमए क्षेत्र की वीरता और साहस की कहानियां पतो हैं, इतेक दूर-दूर से आईं मेरी बहनन और भईया, आप सब लोगन को धन्‍यवाद।

 

भौकाल की राजनीति…

यहां प्रियंका बोलीं कि जनता के असली मुद्दे हैं, वो डूब जाते हैं। आज-कल शोहरत, बड़े-बड़े बिजनेस वालों को देश की संपत्ति‍ सौंपने की राजनीति, अहंकार की राजनीति चलती है। मैं भी जब यूपी गई, तो मेरे साथियों ने बोला दीदी बड़ी गाड़़ी में बैठो। मैंने कहा क्‍यों? कहते हैं भौकाल होना चाहिए, तो आज-कल भौकाल की राजनीति है, शान-शोहरत की राजनीति है और कहीं पर बीच में जो जनता की समस्‍याएं हैं, जो सत्‍य है इस देश का, वो डूब रहा है।

शिवराज की अधूरी घोषणाएं

सीएम शिवराज पर हमला करते हुए प्रियंका ने जनता से कहा कि  मैं आपको ही दोषी ठहराऊंगी कि आपकी जागरुकता में कमी है। आप नेताओं से सही सवाल कर नहीं रहे हैं। आप नेताओं से पूछिए कि ये इतने घोटाले क्यों हो रहे हैं कि आपने 22 हजार घोषणाएं की, उसमें से क्या आपने 2,000 भी पूरी की? आप क्यों नहीं पूछ रहे हैं कि ये 20, 25 घोटाले, इनकी जो लिस्ट है, ये हर रोज बढ़ती कैसे चली जा रही है? आप ये नहीं पूछते कि आपके लिए इतनी महंगाई और इस देश के जो बड़े-बड़े उद्योगपति हैं, जिनको इन सरकारों ने आपकी संपत्ति दे दी है, उनकी कितनी कमाई है? मैं बताती हूं, 1,600 करोड़ रुपए एक उद्योगपति एक दिन में कमा रहा है, जिसको इस देश की संपत्ति दे चुके हैं। 1,600 करोड़ रुपए एक दिन में और इस देश का किसान एक दिन में 27 रुपए नहीं कमा पा रहा।

 

जिस तरह घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं, इतनी लंबी लिस्ट है इसकी। मैं लिस्ट बाद में बताऊंगी। इन्होंने कुछ नहीं छोड़ा। महाकाल में भगवान की मूर्ति तक नहीं छोड़ी। ये पैसों से खरीदी हुई सरकार है। बीच में कुछ समय हमारी पार्टी की सरकार रही। बाकी भाजपा की ये सरकार 18 साल की है तो अहंकार होता ही है। नेताओं की आदतें भी खराब हो जाती हैं कि सरकार अपने ही पास है और रहेगी तो काम करने की क्या जरूरत है। जनता चुनाव तक सब भूल जाएगी और फिर से हमें वोट मिल जाएगा। आज मप्र में यही परिस्थितियां हैं। सत्ता की वजह से अहंकार और आलस है। सत्ता का स्वभाव है कि वो भी इंसान की असलियत उभार देती है। आप सत्ता को नेक इंसान के हाथ में दो वो भलाई करेगा। आप गलत आदमी के हाथ में दोगे तो इसी तरह की लूट मचेगी।

प्रियंका पटवारी घोटाले पर भी बोलीं। उन्होंने कहा कि  मां-बाप रुपए खर्च करके ट्यूशन कराते हैं। परीक्षा दिलाते हैं आज देखिए पटवारी भर्ती घोटाले में क्या हो गया। शर्म की बात है पिछले तीन साल में मात्र तीन सरकारी नौकरियां दी गई हैं। 18 साल से इनकी सरकार है। चुनाव से पहले ये कहने का क्या फायदा कि युवाओं और महिलाओं को क्या देंगे। इतने सालों में तो दिया नहीं। ये सच्चाई है।

   कांग्रेस की गांरटी

  1. पुरानी पेंशन लागू करेंगे
  2. महिलाओं के खाते में हर महीने 1500 रुपए
  3. रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपए में मिलेगा
  4. 100 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी। 200 यूनिट पर बिल आधा किया जाएगा
  5. किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा
  6. दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाई जाएगी

   

समाज में तनाव बढ़ता है तो अत्याचार होते हैं। अत्याचार उन्हीं पर होते हैं जो कमजोर है। आज आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों को देख लीजिए। आपको समझाना जरूरी है, लेकिन मैं जानती हूं कि सबसे ज्यादा विवेक जनता में होता है। वो गलत निर्णय नहीं लेती। अब समय आ गया है कि आप अपने लिए अपने भविष्य के लिए बड़ा निर्णय करने वाले हैं। वो ये कि आप अगले पांच सालों में क्या यही चाहते हैं जो अभी तक हुआ है। सभा के अंत में प्रियंका ब्रज भाषा में  बोलीं उन्होंने कहा कि -मामा की भ्रष्ट सरकार बदलवे वाले है न। एक बार हमारे संगे जोर से बोलो- भाजपा जाएवे बारी है, कांग्रेस आएवे बारी है।



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