टूटा बीते साल का रिकॉर्डः गेहूं, चना व मसूर बेचने के लिए हुए 55 हजार से ज्यादा पंजीयन


रबी विपणन वर्ष 2020-21 में गेहूं, चना व मसूर को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए जिले में 55 हजार से ज्यादा किसानों ने पंजीयन कराया है। पंजीयन का यह रिकॉर्ड बीते वर्ष से कहीं अधिक है। गेहूं बेचने के लिए 46841 किसानों का पंजीयन है।


ब्रजेश शर्मा ब्रजेश शर्मा
नरसिंहपुर Published On :
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नरसिंहपुर। रबी विपणन वर्ष 2020-21 में गेहूं, चना व मसूर को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए जिले में 55 हजार से ज्यादा किसानों ने पंजीयन कराया है। पंजीयन का यह रिकॉर्ड बीते वर्ष से कहीं अधिक है। गेहूं बेचने के लिए 46841 किसानों का पंजीयन है।

गेहूं, चना व मसूर के लिए पंजीयन की अंतिम तारीख 25 फरवरी थी। देर रात तक चले पंजीयन के बाद अब यह आंकड़ा स्पष्ट है कि जिले में 1 लाख 13 हजार 170 हेक्टेयर जमीन में बोई गई गेहूं, चना व मसूर की उपज को बेचने के लिए जिले के 55 हजार एक सौ से अधिक किसानों ने पंजीयन कराया है।

इसमें गेहूं के पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या 46 हजार 800 है जबकि चना बेचने के लिए पंजीयन 23970 हुए हैं। मसूर के लिए 6 हजार से ज्यादा पंजीयन हुए हैं।

सबसे ज्यादा पंजीयन गाडरवारा क्षेत्र में –

सबसे ज्यादा पंजीयन गाडरवारा तहसील में हैं। चूंकि जिले का सबसे बड़ा हिस्सा गाडरवारा है जहां चीचली, सांईखेड़ा आदि क्षेत्र शामिल हैं। गाडरवारा में 16 हजार 191 पंजीयन हुए हैं जबकि सांईखेड़ा में 8 हजार 423 पंजीयन हुए हैं।

तहसीलवार पंजीयन पर एक नजर
तहसील – पंजीयन

गाडरवारा – 16191
गोटेगांव – 14035
सांईखेड़ा – 2423
नरसिंहपुर – 6683
करेली – 5934
तेंदूखेड़ा – 3920