महू। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के विरोध में युवक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बुधवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ नारेबाजी की तथा उनका पुतला जलाया। हालांकि, पुलिस ने पानी डाल कर आग बुझाई व अधजले पुतले को जब्त कर ले गई।
युवा कांग्रेस के शक्ति सिंह गोयल तथा निशांत सिंह चौहान के नेतृत्व में मार्केट चौक पर प्रदर्शन किया गया। यह विरोध प्रदर्शन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के विरोध में किया गया।
युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ नारेबाजी की। शाम चार बजे यहां बारह कार्यकर्ता आए और नारेबाजी करते हुए पुतला दहन करने लगे।
इस दौरान पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया था। थाना प्रभारी दिलीप पुरी भी मौके पर पहुंच गए थे क्योंकि पूर्व में सूचना थी कि कांग्रेसी नेता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला जलाने वाले हैं।
पुलिस बल को देख कर कांग्रेसी नेताओं ने जमकर नारेबाजी की तथा दस कदम चल कर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन पुलिस को चकमा देने के लिए किया गया था ताकि पुलिस उनके साथ पीछे-पीछे आए जिसमें कांग्रेसी नेता सफल भी हुए।
इस दौरान थाना प्रभारी पुरी ने कार में पुतला होने की शंका पर शक्ति सिंह गोयल की कार भी खुलवा कर देखी मगर कुछ नहीं मिला। तभी एक कार्यकर्ता पीछे से पुतला लेकर आ गया और पेट्रोल डाल कर आग लगा दी।
अचानक पुतला आने से हड़कंप मच गया और जवानों ने किसी तरह अधजले पुतले को छीना व पानी डाल कर बुझाया। पुतले की छीना-झपटी में पुरी के हाथ पर भी मामूली सी आंच आई। बाद में पुलिस ने नरोत्तम मिश्रा के अधजले जले पुतले को जब्त कर लिया और अपने साथ ले गई।
पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच बहस भी हुई जो जल्दी ही शांत हो गई। इस प्रदर्शन के पूर्व से ही क्षेत्र में पुलिस बल तैनात हो गया था। इसके बावजूद पुतला लाना और जलाना पुलिस के खुफिया तंत्र की असफलता को दर्शाता है।