सतना जिले में स्वास्थ्य अमले की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां नसबंदी कराने आई महिलाओं को बेहोशी का इंजेक्शन दे दिया। उसके बाद आधा-अधूरा ऑपरेशन छोड़ कर डॉक्टर वहां से निकल गए। बेहोश महिलाएं वहां छटपटाती रहीं लेकिन कोई देखने के लिए नहीं था।
महिलाओं के परिजनों का कहना है कि, डॉक्टर बेहोशी में महिलाओं को घर जाने के लिए बोल कर निकल गये , जब घरवालों ने पूछा कि डॉक्टर कब आयेंगे तो उन्हें कहा गया कि आप लोग घर चले जाएँ।
परिजन महिलाओं को बेहोशी की हालत में ही अपने घर ले गए। साथ ही उन्हें डर है कि कोई अनहोनी न हो जाए। आशा कार्यकर्ता ने कहा कि यहां परिवार नियोजन कैंप लगाया था। हम लोग अपने इलाके से महिलाओं को लेकर आए थे। लेकिन बेहोश करने के बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन करने से इनकार कर दिया।
घटना सतना जिले के रामपुर बघेलान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की है, जहां पर नसबंदी ऑपरेशन के लिए 21 महिलाओं को बेहोशी के इंजेक्शन दिया गया और नसबंदी की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। लेकिन सतना जिला चिकित्सालय से डॉक्टर एमएम पांडे ने10 महिलाओं का ऑपरेशन किया और बाकी को बेहोशी की हालत में छोड़कर वापस सतना जिला मुख्यालय निकल गए। इस पूरे घटनाक्रम के बाद जहां एक तरफ परिवार नियोजन कराने पहुंची महिलाओं के परिजन चीख-पुकार करने लगे।
(नव भारत टाइम्स से साभार)