भोपाल में बेरोजगार सेना ने 5 सितंबर को नीलम पार्क में जोरदार प्रदर्शन किया, जिसमें सैकड़ों बेरोजगार युवाओं ने विभिन्न भर्तियों में हो रही अनियमितताओं और देरी के खिलाफ आवाज उठाई। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से 17 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा, जिसमें मुख्य रूप से पटवारी भर्ती की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने और वर्ग 1 शिक्षक भर्ती 2023 में पदवृद्धि की मांग की गई।
पटवारी भर्ती की जांच रिपोर्ट पर सवाल
प्रदर्शन में पटवारी भर्ती से जुड़े युवाओं ने भाग लिया, जिन्होंने आरोप लगाया कि जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से सरकार बच रही है। युवाओं का कहना है कि जब लोगों ने आरटीआई के माध्यम से जानकारी मांगी, तो उन्हें या तो कोई जवाब नहीं मिला या कहा गया कि यह जानकारी विभाग से संबद्ध नहीं है। युवाओं ने सवाल उठाया कि यदि जांच निष्पक्ष हुई है, तो उसे सार्वजनिक करने से सरकार को डर क्यों है।
वर्ग 1 शिक्षक भर्ती में पदवृद्धि की मांग
वर्ग 1 शिक्षक भर्ती 2023 के वेटिंग लिस्ट में शामिल शिक्षक भी प्रदर्शन में उपस्थित थे। उनका कहना था कि प्रदेश में हजारों पद खाली हैं, लेकिन विभाग ने नाम मात्र की भर्ती की है। उन्होंने मांग की कि इन खाली पदों को जल्द से जल्द भरा जाए, ताकि इंतजार कर रहे शिक्षकों को नियुक्ति मिल सके।
एमपी एसआई भर्ती पर प्रदर्शन
प्रदर्शन में एमपी एसआई भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने इस बात पर रोष व्यक्त किया कि पिछले 8 सालों से सब इंस्पेक्टर (एसआई) की कोई भर्ती नहीं आई है, जबकि विभाग में कई पद खाली हैं। प्रदर्शनकारियों ने इसे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया।
सुपरवाइजर और इंजीनियर भर्ती की भी मांग
महिला बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर भर्ती और सब इंजीनियर भर्ती से जुड़े उम्मीदवार भी इस प्रदर्शन का हिस्सा थे। उनका कहना था कि विभाग ने बहुत कम पदों पर भर्ती की है, जिससे बड़ी संख्या में उम्मीदवार चयन से वंचित रह गए हैं। वहीं, इंजीनियरिंग से ग्रेजुएट लाखों युवा हर साल प्रदेश में निकल रहे हैं, लेकिन उनके लिए पर्याप्त नौकरियां नहीं निकल रही हैं।
युवाओं ने अपनी मांगों के साथ-साथ सरकार पर कई सवाल उठाए, जिनमें बेरोजगारी की मुख्य समस्याएं शामिल थीं, जैसे कि वर्ग 2 पात्रता परीक्षा के मुख्य परीक्षा की तारीख का अब तक न आना, PNST परीक्षा का परिणाम न आना, और कई भर्तियों में बैकलॉग पदों पर अब तक नियुक्ति न होना।
प्रदर्शनकारियों ने साफ किया कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी, उनका आंदोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा।