भोपाल। आज़ाद समाज पार्टी और भीम आर्मी ने रविवार को भोपाल के दशहरा भेल मैदान में अपनी खूब ताकत दिखाई। बहुजन आदिवासियों के साथ पिछड़ा वर्ग के लोग भी यहां पहुंचे। एक अनुमान के मुकाबिक यह संख्या लाखों में थी। ज़ाहिर है इससे सरकार की परेशानी बढ़ गई है। ये जनता किसी भी पार्टी का गणित बिगाड़ सकती है और इसकी तैयारी भी शुरु हो चुकी है। आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्र शेखर आजाद विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं।
करणी सेना से जहां सीएम शिवराज को खतरा दिखाई दिया तो आजाद समाज पार्टी को कांग्रेस के वोटबैंक के लिए खतरा माना जा रहा है क्योंकि कांग्रेस का कोर वोटर यही वर्ग रहा है। हालांकि भाजपा भी आदिवासियों को रिझाने के लिए पिछले काफी समय से तैयारी कर रही है ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या चंद्रशेखर आदिवासी मतदाताओं को अपने पक्ष में तोड़ पाएंगे। अगर ऐसा होता है तो इसका नुकसान दोनों बड़े दलों को होगा।