भोपाल। प्रदेश के अतिथि शिक्षकों ने रविवार को भोपाल में प्रदर्शन किया। इस दौरान इन्होंने खुद को परमानेंट करने के नारे लगाए। भरी बरसात में ये अतिथि शिक्षक अपनी मांगे मनवाने के लिए प्रदर्शन करते रहे और मुख्यमंत्री शिवराज को उनके वादे याद दिलाते रहे हालांकि सरकार की ओर से इनके लिए कोई बयान नहीं आया।
इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने मामले पर ट्वीट किया और अतिथि शिक्षकों के मामले पर सरकार द्वारा वादा खिलाफी का आरोप लगाया। कमलनाथ ने जल्द से जल्द अतिथि शिक्षकों को स्थाई करने की अपील की है।
कमल नाथ ने कहा बड़ी संख्या में अतिथि विद्वान राजधानी भोपाल में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। मूसलाधार बारिश के बीच वे मुख्यमंत्री से सिर्फ यही मांग कर रहे हैं कि जो वादा उन्होंने अतिथि विद्वानों से किया था, उसे पूरा करें। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक महिला अतिथि विद्वान बेहोश भी हो गई हैं।
बड़ी संख्या में अतिथि विद्वान राजधानी भोपाल में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। मूसलाधार बारिश के बीच वे मुख्यमंत्री से सिर्फ यही मांग कर रहे हैं कि जो वादा उन्होंने अतिथि विद्वानों से किया था, उसे पूरा करें। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक महिला अतिथि विद्वान बेहोश भी हो…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) April 30, 2023
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जी मैं जानता हूं कि आप आजकल जनता के मन की बात सुनने की जगह किसी और के मन की बात सुन रहे हैं। लेकिन आपसे निवेदन है कि अतिथि विद्वान मध्यप्रदेश के भविष्य का निर्माण करते हैं, उनके साथ वादाखिलाफी किसी भी राजनीतिक शुचिता के खिलाफ है। आपको तत्काल उनकी न्यायोचित मांगों पर कार्यवाही करनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी रही है और बीते कई सालों से यह कमी अतिथि शिक्षक ही पूरी करते रहे हैं। चुनावी साल में सरकार ने शिक्षकों की भर्ती की है हालांकि यह भर्ती भी जरूरत से काफी कम है। नए शिक्षक आने पर अतिथि शिक्षकों को हटाया जाएगा और 30 अप्रैल को इनका सत्र भी समाप्त हो गया। ऐसे में बाड़ी संख्या में अतिथि शिक्षकों के बेरोजगार होने की आशंका बन रही है जिसे लेकर वे परेशान हैं।