भोपाल। 10 दिसंबर यानी अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के दिन शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल के नाम ज्ञापन पत्र सौंपकर शिक्षकों के रिक्त पदों में वृद्धि की मांग की।
इसके साथ ही साथ एक इच्छामृत्यु पत्र भी सौंपा गया जिसमें उल्लेख किया गया है कि अगर हमें हमारे अधिकार प्राप्त नहीं हो सकते हैं तो हमें इच्छामृत्यु की आज्ञा प्रदान की जाए।
पात्र अभ्यर्थियों का यह ज्ञापन पत्र पुलिस प्रशासन के संरक्षण में राजभवन कार्यालय में सौंपा गया। इससे पूर्व भोपाल पहुंचे हुए समस्त पीडि़त उम्मीदवार समन्वय भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल को सीधे हाथों में ज्ञापन पत्र सौंपना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उनको समझाइश देते हुए रोका और कहा कि आप किसी भी कार्यक्रम में बगैर अनुमति के प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन पत्र नहीं सौंप सकते हो।
शिक्षक भर्ती 2018 को पदवृद्धि के साथ पूर्ण कराने की मांग अभ्यार्थी पिछले चार सालों से कर रहे हैं। शुक्रवार को भी पात्र अभ्यर्थियों ने भाजपा कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम प्रदेश कार्यालय संगठन मंत्री राघवेंद्र शर्मा को ज्ञापन पत्र सौंपा था। उससे पहले भी कई बार यह अभ्यर्थी प्रदर्शन कर चुके हैं।
अभी तक न्याय ना मिलने से हताश अभ्यर्थियों ने राज्यपाल पटेल से इच्छामृत्यु की आज्ञा लेने का निर्णय लिया।
शिक्षक पात्रता संघ से जुड़े रंजीत गौर, रचना व्यास, रक्षा जैन, सौरभ मिश्रा, सरिता चौधरी, धर्मेंद्र कुमार, लीलेद्र मेहरा आदि का कहना है कि उनके रोज़गार पाने के अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि संपूर्ण योग्यताएं रखने के बावजूद रिक्त पदों की संख्या कम दर्शाने से उनको शिक्षक बनने से वंचित किया जा रहा है।