भोपाल। सेना भर्ती के लिए लागू की गई अग्निपक्ष योजना के कड़े विरोध के बाद अब केंद्र सरकार युवाओं को मनाने के लिए आगे आई है। सरकार ने कोई बहुत ठोस बदलाव तो नहीं किया है लेकिन भर्ती के पहले वर्ष के लिए इस योजना में अधिकतम आयु सीमा 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है। इसका अर्थ यह हुआ कि अब 23 साल तक के युवा अग्निवीर बन सकते हैं। इसे सरकार का कदम पीछे हटाना बताया जा रहा है। कुछ लोग इसका स्वागत कर रहे हैं तो कुछ इसे केवल एक बार की राहत करार दिया है और बताया है कि इस इससे मूल योजना में कोई परिवर्तन नहीं आ सकता है।
अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं की नाराज़गी पर केंद्र सरकार ने भर्ती कीअधिकतम आयु को 21 से बढ़ाकर 23 साल तक कर दिया है। यह परिवर्तन केवल एक ही बार की भर्ती के लिए लागू है।#अग्निपथ_योजना #AgnipathRecruitmentScheme #Agnipath #AgnipathScheme #AgniveerOnAgnipath pic.twitter.com/AD0OpffN1e
— Deshgaon News (@DeshgaonNews) June 16, 2022
केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना के विरोध में गुरुवार को मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित कई राज्यों में प्रदर्शन किए गए। इन विरोध प्रदर्शनों के बाद सरकार की योजना पर सवाल उठने लगे। किसान आंदोलन के बाद यह दूसरा मौका है जब ऐसा आंदोलन सरकार के खिलाफ हो रहा है।
इस बीच सरकार ने बड़े विरोध की आशंका को देखते हुए गुरुवार रात योजना में बड़ा बदलाव करते हुए युवाओं को राहत देने का प्रयास किया है। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की अधिकतम आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दी गई है। देर रात इसके बारे में औपचारिक जानकारी साझा की गई हालांकि सरकार द्वारा यह छूट केवल इसी साल यानी 2022 में होने वाले पहली भर्ती परीक्षा के लिए ही दी गई है। इसकी वजह पिछले दो सालों में कोई भर्ती न होने को बताया गया है।
इस कदम के बाद सभी भाजपा नेता और केंद्र और राज्य सरकारों में मंत्री इस सरकार के इस कदम का स्वागत करते रहे हालांकि विरोध कर रहे युवाओं ने इस बदलाव को बहुत सकारात्मक नहीं बताया। लोगों ने कहा कि यह केवल एक संशोधन है लेकिन वह दिन दूर नहीं जब सरकार को इसे कृषि कानूनों की ही तरह वापस लेना होगा।
#अग्निपथ_योजना के खिलाफ पूरे देश में चल रहे युवाओं के एक दिन के प्रदर्शन के बाद #अग्निपथ स्कीम में हुआ एक संशोधन।
उच्चतम आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ा कर 23 वर्ष की गई।
अभी संशोधन हुआ है वो दिन दूर नहीं जब सरकार को अग्निपथ योजना को वापिस लेना पड़ेगा।#Agniveer#AgnipathScheme pic.twitter.com/r3yVMtwhqH— Girish Chandra 🇮🇳 गिरीश चंद्र (@girish663) June 17, 2022
केंद्र सरकार के इस निर्णय की चर्चा ज़ोरों पर है। यह इसलिए भी क्योंकि सरकार पहले किसानों की बेहतरी के लिए कानून लेकर आई थी जिसका भारी विरोध हुआ। इस विरोध में करीब सात सौ किसानों की मृत्यु हुई और अब जवानों यानी सेना भर्ती के लिए नया तरीका लेकर आई है जिसका बड़े पैमाने पर विरोध जारी है।
जानिये क्या है अग्निपथ…
केंद्र सरकार ने मंगलवार को सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए एक नई ‘अग्निपथ योजना’ का ऐलान किया था। इसके तहत बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करने के लिए संविदा के आधार पर अल्पकाल के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी, इन सैनिकों को ‘अग्निवीर’ पुकारा जाएगा।
जानकारी दी गई कि सशस्त्र बलों में इस साल 46,000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए चयन के लिए पात्र आयु 17.5 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी जिसे अब पहले साल (2022) के लिए 23 वर्ष तक कर दिया गया है। योजना के तहत भर्ती 90 दिनों के भीतर शुरू होने वाली है। रोजगार के पहले वर्ष में एक ‘अग्निवीर’ का मासिक वेतन 30,000 रुपये होगा, लेकिन हाथ में केवल 21,000 रुपये ही मिलेंगे। हर महीने 9,000 रुपये सरकार के समान योगदान वाले एक कोष में जाएंगे।
इसके बाद नौकरी के दूसरे, तीसरे और चौथे साल में मासिक वेतन के रुप में 33,000 रुपये, 36,500 रुपये और 40,000 रुपये मिलेंगे। प्रत्येक ‘अग्निवीर’ को ‘सेवा निधि पैकेज’ के रूप में 11.71 लाख रुपये की राशि मिलेगी और इस पर आयकर से छूट मिलेगी। ग्रेच्युटी और पेंशन लाभ के लिए कोई अधिकार नहीं होगा।