भोपाल। फैक्ट चैक वेबसाइट अल्टन्यूज़ के सहसंस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर दिल्ली पुलिस की गिरफ़्त में हैं। उन्हें साल 2018 में किये गए एक ट्वीट को लेकर गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि इस ट्वीट के ज़रिये उन्होंने धार्मिक भावनाएं भड़काईं हैं। इस बारे में एक अन्य ट्विटर हैंडल से शिकायत की गई है।
इसके बाद जु़बैर के सर्मथन में एक बड़ा तपका सामने आया है। जो यह कह रहा है कि जु़बैर का ट्वीट किसी भी तरह से धार्मिक भावनाएं भड़काने वाला नहीं था। इसके बाद जु़बैर को अच्छा सर्मथन मिल रहा है। अचरज भरी बात यह है कि जिस ट्विटर हैंडल से शिकायत की गई है वह भी संदेहाष्पद है। कई पत्रकारों ने इसे फेक आईडी बताया है।
दिल्ली पुलिस ने जुबैर पर जांच में सहयोग नहीं करने का तर्क देते हुए सात दिनों की हिरासत मांगी थी लेकिन अदालत ने दलीलें सुनने के बाद जुबैर को एक दिन की हिरासत में दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है।
जुबैर की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनके समर्थन में ट्वीट करते हुए प्रतिक्रिया दी: “भाजपा की नफरत, कट्टरता और झूठ को उजागर करने वाला प्रत्येक व्यक्ति उनके लिए खतरा है। सत्य की एक आवाज को गिरफ्तार करने से केवल एक हजार और पैदा होंगे। अत्याचार पर सत्य की हमेशा जीत होती है #DaroMat”।
Every person exposing BJP’s hate, bigotry and lies is a threat to them.
Arresting one voice of truth will only give rise to a thousand more.
Truth ALWAYS triumphs over tyranny. #DaroMat pic.twitter.com/hIUuxfvq6s
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 27, 2022
इसके अलावा शशि थरूर और सुप्रिया श्रीनेट जैसे कांग्रेसी नेताओं और तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन जैसे विपक्षी नेताओं ने भी गिरफ्तारी को गलत बताया है। इसके अलावा ट्विटर पर कई बड़े पत्रकार भी ज़ुबैर के प्रति सर्मथन जता रहे हैं। वहीं पर कुछ दक्षिण पंथी समर्थक पुलिस के इस कदम पर बेहद खुश नजर आ रहे हैं।
रिमांड की सुनवाई में जुबैर की वकील कवलप्रीत कौर ने बताया कि जुबैर ने उन्हें पटियाला हाउस कोर्ट में ड्यूटी न्यायाधीश अजय नरवाल की अदालत में रात करीब 10.30 बजे पेश किया गया। इस दौरान ज़ुबैर के साथी और अल्ट न्यूज के सहसंस्थापक प्रतीक सिन्हा ने ट्वीट कर जानकारी दी कि ज़ुबैर को गिरफ्तार कर लिया गया है और किसी अनदेखी जगह पर उन्हें ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे भी उसी बैन में हैं और यहां जो भी पुलिस कर्मी हैं उनकी वर्दी पर नाम की पट्टी नहीं लगी है।
जु़बैर की गिरफ्तारी के बाद नुपुर शर्मा की चर्चा एक बार फिर शुरु हो गई है। दरअसल भाजपा की इन पूर्व प्रवक्ता ने इस्लाम और हज़रत मोहम्मद के खिलाफ कई बातें कहीं थीं जिनसे देश की दुनियाभर में बदनामी हुई। इसके बाद अब तक नुपुर शर्मा को पकड़ा नहीं जा सका है वहीं जु़बैर भ्रामक ख़बरों पर जानकारी देने का काम करते हैं और उन्होंने साल 2018 में 1973 में आई ऋषिकेश मुखर्जी की एक फिल्म की एक तस्वीर ट्वीट की थी जिससे एक ट्विटर यूज़र ने शिकायत की कि इस ट्वीट से उसकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।