धार। जिला पंचायत सभाकक्ष में मंगलवार को जनसुनवाई हुई। इस दौरान 110 लोगों ने अपनी समस्या के आवेदन कलेक्टर को सौंपे। सरकार बेटियों के सम्मान में कई महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है और काम कर रही है, लेकिन मंगलवार को दो बेटियां जनसुनवाई में पहुंची, जो हर स्तर से निराश होकर कलेक्टर डॉ. पंकज जैन के पास पहुंची थी।
बेटियों की यही फरियाद थी कि अगर यहां से भी नाउम्मीदी मिली तो सुसाइड के अलावा ओर कोई रास्ता नहीं बचेगा। ऐसे में सहायता की फरियाद लेकर दोनों बिटिया जब जनसुनवाई पहुंची तो पीड़ा सुनाते हुए उनकी आंखों से आंसू भी छलकने लगे। लेकिन, परेशानी के इस स्तर के बाद भी यदि बेटियों को न्याय नहीं मिलता है तो यह प्रशासन और पुलिस के लिए बड़ी असफलता ही साबित होगी।
धोखाधड़ी ने बढ़ाई छात्रा की परेशानी –
बगड़ी की एक बेटी सोनिका पटेल ने अपनी साथ ही ठगी की दास्तां सुनाई। उसने बताया कि ममता महिला उत्थान संगठन में ट्रेनिंग सेंटर बनाने के नाम पर महिलाओं को जोड़ा था। यह चैन सिस्टम की तरह काम करता है।
ममता फाउंडेशन नामक संस्था ने समूह बनवाएं और रुपये जमा करवाने के बाद संस्था भाग गई है। बिटिया ने कहा कि अब लोग मुझसे रुपये मांग रहे हैं। मे पास आत्महत्या के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। अपनी बात कहते हुए वह फफक कर रोने लगी।
सोनिका ने रोते हुए यहां तक कहा कि अब मेरे पास मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। पिता को भी जानकारी देने से भी सोनिका अधिकारियों को रोकती रही। दरअसल इस फाउंडेशन पर करोड़ों की धोखाधड़ी के कई केस इंदौर और धार में दर्ज हैं।
पुलिसकर्मी के बेटे से प्रताड़ित बिटिया –
इसी तरह एक अन्य बेटी ने भी अपनी पीड़ा कलेक्टर को बताई। रूंधे गले और आंख में आंसू लिए बिटिया अपनी शादी और कॅरियर बचाने की फरियाद लेकर पहुंची थी। आवेदन में बताया पुलिसकर्मी का बेटा जय देवरे लंबे समय से परेशान कर रहा है।
सोशल मीडिया पर फोटो वायरल कर चुका है। आईएसडी यानी इंटरनेशनल नंबरों से कॉल आते हैं। एफआईआर भी करवाई, लेकिन इसके बाद भी कॉल और धमकियों का सिलसिला जारी है।
जय देवरे की प्रताड़ना से तंग बिटिया मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंची तो कलेक्टर जैन के सामने भी आंसू और दर्द छलक गया। बिटिया ने परेशानी और प्रताड़ना से तंग आकर खुद को खत्म तक करने की बात कही।
इस पर कलेक्टर ने दोनों मामले महिला एवं बाल विकास को सौंपे और काउंसलिंग कर कानूनी सहायता दिलवाने के निर्देश दिए।