गरीबों के राशन में खुलेआम मिलाए जा रहे मिट्टी-कंकड़, कांग्रेस ने सरकार की नियत पर उठाए सवाल


यह वीडियो सतना जिले का है जहां हालही में धान में मिलावट का मामला सामने आया था।


DeshGaon
उनकी बात Published On :
Pictures taken from viral video Devgaon News
वायरल वीडियो से ली गईं तस्वीरेंः देशगांव न्यूज


भोपाल। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो प्रदेश सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहा है। इस वीडियो में नजर आ रहा है कि पीडीएस यानी राशन की दुकानों पर दिए जाने वाले गेहूं में मिट्टी औक कंकड़ मिलाए जा रहे हैं और यह सब खुलेआम, बिना डर के हो रहा है। इस वीडियो को साझा करते हुए कांग्रेस ने राज्य सरकार की गरीब कल्याण नीति के दावों पर सवाल उठाए हैं। यह वीडियो के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी हरकत में आए और मामले की जांच शुरु कर दी है। सतना जिले में कुछ समय पहले भी इसी तरह से धान में मिलावट का मामला सामने आया था। जिसके बाद स्वसहायता समूह और खरीदी केंद्र के प्रभारी के खिलाफ पुलिस शिकायत भी की गई थी।

जानकारी के अनुसार यह वीडियो सतना जिले के रामपुरबाघेलान इलाके का है। यहां के बांधा गांव में समर्थन मूल्य पर दिया जाने वाले सात लाख क्विंटल गेहूं का भंडारण किया गया है। खबरों की मानें तो इस साइलो में बीते 2 साल से समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूं का भंडारण है। यहीं से यह गेहूं गरीब तबके के नागरिकों की जरुरत को पूरा करने के लिए दूसरे जिलों में भेजा जाता है जहां राशन की दुकानों से वे नागरिक इसे सस्ती दरों में खरीदते हैं।

इस वीडियो को देखकर जब स्थानीय मीडियाकर्मी मामले की पड़ताल करने के लिए मौके पर पहुंचे तो वहां वीडियो में नजर आने वाला ट्रैक्टर भी मिला। हालांकि इसे मामले में साइलो के सहायक प्रबंधक का कहना है यहां मिलावट नहीं हो सकती। किसी ने शरारत की होगी जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। हालांकि प्रबंधक ने यह भी माना कि वीडियो इसी गोदाम में बनाया गया है।

 


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