भोपाल। राजस्थान से आकर मध्यप्रदेश में घूम-घूम कर भेड़ चराने वाले कुछ गराड़ियों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। गुरुवार को नर्मदापुरम जिले में भीषण ट्रेन हादसे में कुछ पशुपालकों की गरीब 100 से अधिक भेड़ों की मौत हो गई।
ये भेड़ पठानकोट एक्सप्रेस के सामने आ गई थीं। ट्रैक पर भेड़ों को देखकर ट्रेन के ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक भी लगाए, लेकिन यह बेअसर रहा और बड़ी संख्या में भेड़ ट्रेन की चपेट में आ चुकी थीं।
हादसे के बाद ट्रेन रुकी और लोगों ने उतर कर यह दर्दनाक नजारा देखा और कुछ भेड़ों के शव को ट्रैक से हटाया। जानकारी के मुताबिक यह भेड़ कई पशुपालकों की थी जिन्हें इस हादसे के बाद बड़ा नुकसान हुआ है।
पशुपालकों के मुताबिक एक भेड़ की कीमत उसकी नसों के आधार पर करीब 10 से 20 हजार रुपये तक होती है।
इससे पहले इंदौर के महू में भी इन भेड़ पालकों की भीड़ में बड़ी संख्या में चोरी कर ली गई। इस बारे में भेड़ पालकों के द्वारा लगातार शिकायत करने के बावजूद भी पुलिस ने शिकायत नहीं लिखी।
इसके बाद इन भेड़पालकों ने मंत्री उषा ठाकुर से अपनी शिकायत की और मंत्री के दखल के बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज की। इन पशुपालकों के मुताबिक चोरों ने उनकी भेड़ें एक ट्रक में भरी और ले गए।
इसके बाद उन्होंने चोरों को खोजने की काफी कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुई। इस चोरी से भेड़ पलकों को करीब दस लाख रुपये तक का नुकसान हुआ। भेड़ पालकों के मुताबिक ऐसे नुकसान उन्हें लगातार होते हैं और इसके लिए कोई भरपाई भी नहीं होती।
खंडवा जिले में अपने डेरे के साथ रह रहे एक भेड़ पालक शिवा ने बताया कि वे राजस्थान से आते हैं और पश्चिमी मध्यप्रदेश के ज्यादातर इलाकों में घूमते हैं। इस दौरान कई जिलों में भेड़ चोरी होने का खतरा लगातार बना रहता है यहां अक्सर भेड़ चोरी होने की घटनाएं होती हैं, लेकिन इसके बाद शायद ही कभी भेड़ें उन्हें वापस मिलती हैं।