प्रदेश की 23 हजार पंचायतों के सचिव आज से हड़ताल पर


पांच महीने से महीने से नहीं मिला है वेतन, दो साल पहले सरकार ने आश्वासन देकर हड़ताल रुकवाई थी लेकिन मांगे आजतक पूरी नहीं की।


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उनकी बात Updated On :

भोपाल। प्रदेश सरकार को कर्मचारियों की ओर से आ रही परेशानियां कम नहीं हो रही हैं। इस बार बीते पांच महीनों से वेतन की राह देख रहे पंचायत सचिव हड़ताल करने जा रहे हैं। सोमवार से 23 हजार पंचायतों के सचिव हड़ताल पर हैं। हड़ताल पर जा रहे इन कर्मचारियों को कहना है कि उनका काम बंद होने से पंचायतों में ताले लग जाएंगे। जाहिर है ऐसे में ग्रामीण नागरिकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसका असर मुख्यमंत्री की लाडली बहना योजना पर भी पड़ने वाला है।

सचिव संगठन के मुताबिक यह हड़ताल अनिश्चितकलीन होगी और इसके लिए उन्होंने 14 दिन का आकस्मिक अवकाश भी लिया है। पदाधिकारियों ने बताया कि अगर सरकार नहीं मानी तो आने वाले दिनों में भी भूख हड़ताल पर भी जाएंगे।

पंचायत सचिव संगठन की ओर से बताया गया कि पंचायत सचिवों ने पिछला प्रदर्शन तकरीबन 2 वर्ष पहले जुलाई 2021 में किया था। उस समय सरकार ने सभी मांगों को पूरी करने की बात कही थी लेकिन 2 साल बाद भी ऐसा नहीं हुआ है। पंचायत सचिवों की हड़ताल के कारण लाडली बहना योजना का काम भी प्रभावित होगा। सचिवों के मुताबिक वे इस योजना से जुड़े कामकाज का बहिष्कार करेंगे।

पंचायत सचिवों की हड़ताल इन अधूरी मांगों को लेकर है।

  • पंचायत सचिवों का विभाग में संविलियन हो।
  • 2018 से एरियर सहित 7वां वेतनमान दिया जाए।
  • 6 वें वेतनमान की गणना नियुक्ति दिनांक से हो।
  • अनुकंपा नियुक्ति के आदेश का सरलीकरण कर 100% नियुक्तियां करें।
  • सहायक सचिवों का जिला संवर्ग में संविलियन किया जाए।
  • निश्चित वेतनमान दिया जाए।

 

 


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