नौकरी का इंतज़ार: प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा पास अभ्यर्थियों ने भोपाल, मुरैना, इन्दौर समेत विभिन्न जिलों में सौंपा ज्ञापन


अभ्यर्थी अब तक दर्जनों आंदोलन और सकड़ों आवेदन कर चुके हैं लेकिन नौकरी के तमाम आश्वासनों के बाद आज भी इनकी स्थिति नहीं बदली है।


DeshGaon
उनकी बात Updated On :

साल 2020 में हुई वर्ग तीन की शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थी आज भी अपनी नौकरी के लिए इंतज़ार कर रहे हैं। अब तक दर्जनों आंदोलन और सैकड़ों आवेदन कर चुके इन अभ्यर्थियों ने बुधवार को फिर एक प्रयास किया।

प्रदेश के 55 जिलों में प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 के समस्त अभ्यर्थियों ने जिला कलेक्टर कार्यालयों में ज्ञापन सौंपा। भोपाल, मुरैना, इन्दौर और अन्य जिलों के अभ्यर्थियों ने अपनी प्रमुख चार मांगों को लेकर जिला कलेक्टरों के माध्यम से शासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।

 

अभ्यर्थियों ने अपर कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौंपा, जिसमें निम्नलिखित प्रमुख मांगे शामिल थीं:

1. बिना किसी आदेश के रोके गए 882 ओबीसी अभ्यर्थियों के नियुक्ति आदेश तत्काल जारी किए जाएं।

2. जिला चॉइस फिलिंग एवं डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी कर चुके अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र तुरंत जारी किए जाएं।

3. माननीय हाई कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए प्रयोगशाला के 1696 एवं 525 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण की जाए।

4. फर्जी दिव्यांग अभ्यर्थियों के स्थान पर वास्तविक दिव्यांग अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी किए जाएं।

 

इन मांगों के माध्यम से अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार से त्वरित और न्यायसंगत कार्रवाई की उम्मीद जताई है। अभ्यर्थियों का कहना है कि उनकी नियुक्तियों में हो रही देरी के कारण वे मानसिक तनाव में हैं और इसका सीधा असर उनके पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन पर पड़ रहा है।

 

ज्ञापन सौंपने के बाद अभ्यर्थियों ने सामूहिक रूप से अपनी आवाज बुलंद की और जल्द से जल्द न्याय की मांग की। इस मौके पर सोशल मीडिया पर #प्राथमिक_शिक्षक_भर्ती_2020 हैशटैग का भी व्यापक प्रयोग देखा गया, जिससे अभ्यर्थियों की मांगों को व्यापक जनसमर्थन मिला।

 

मध्यप्रदेश में प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 के अंतर्गत योग्य अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया लम्बित है, और इन मांगों को लेकर अभ्यर्थियों ने सरकार से शीघ्र समाधान की अपील की है।


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