नरसिंहपुर। मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को मध्यप्रदेश शासन से सब्सिडी के 2000 करोड़ रुपये नहीं मिले हैं तो उसने हजारों पेंशनर्स की सितंबर माह की पेंशन अधर में लटका दी है, जिसके कारण आर्थिक तंगी से त्रस्त पेंशनर लामबंद होकर अब आंदोलन करने मजबूर हो गए हैं।
शुक्रवार को मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी नरसिंहपुर वृत्त के ढाई सौ से ज्यादा पेंशनर कर्मचारियों ने अधीक्षण यंत्री के दफ्तर में लामबंद होकर जोरदार नारेबाजी की।
इन पेंशनर्स ने नुक्कड़ सभा की और आरोप लगाया कि अधिकारी बैठक में यह कहते हैं कि शासन से सब्सिडी के 2000 करोड़ रुपये नहीं मिले हैं इसलिए पेंशन की लेटलतीफ़ी हो रही है।
पेंशनर्स का कहना है कि अक्टूबर महीने की 7 तारीख गुजर गई है, लेकिन आज दिनांक तक पेंशन नहीं मिली जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं।
पेंशनर्स ने अधीक्षण यंत्री आरपी साहू के जरिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम सौंपे ज्ञापन में कहा है कि समय पर पेंशन दी जाए। साथ ही यह कि 6% महंगाई भत्ता देने में भी कंपनी आनाकानी कर रही है जिससे उनके बजट पर प्रभाव पड़ा है।
अधिकारियों की चाल, पेंशनर्स करेंगे हर हो-हल्ला तो मिलेगी सब्सिडी –
नुक्कड़ सभा में पेंशनर्स व विभिन्न कर्मचारी नेताओं ने तो खुलकर कहा कि यह अधिकारियों की भी एक चाल है कि पेंशनर्स धरना, प्रदर्शन आंदोलन करेंगे तो शोर-शराबा होगा और इससे कंपनी को सब्सिडी देने के लिए शासन विचार करेगी।
यह रहे मौजूद –
अभियंता संघ की ओर से वीके जैन सेवानिवृत्त मुख्य महाप्रबंधक, पत्रोपाधि अभियंता संघ की ओर से जेके सोनी सेवानिवृत्त सहायक अभियंता, बीएस पटेल सेवानिवृत्त सहायक अभियंता, पेंशनर फेडरेशन की ओर से सुभाष दुबे, एलपी कहार, पंडित गणेश चतुर्वेदी, संत कुमार शर्मा, एसके पाठक, राव बृजराज सिंह, अरुण कुमार खरे, श्याम लाल झारिया, जीपी व्यास, अमित अवधिया, विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन की ओर से अशोक गुप्ता, विजय नेमा, ओपी नेमा, अशोक नेमा एवं जनता यूनियन की ओर से डीपी नेमा, श्याम लाल केवट, हीरालाल सोनी व महासंघ की ओर से जीपी नेमा के अतिरिक्त सभी कर्मचारी उपस्थित हुए।