पटवारी परीक्षा की गड़बड़ी के खिलाफ इंदौर में जुटे हजारों युवा, भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी के लिए फिर बदनाम हुआ मध्यप्रदेश


युवाओं ने कहा हम कैसे मान लें कि गड़बड़ी नहीं हुई जबकि भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी के लिए बदनाम है मध्यप्रदेश, व्यापमं संस्कृति कभी खत्म नहीं होगी. ..


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उनकी बात Updated On :

इंदौर। पटवारी परीक्षा के खिलाफ छात्रों नौजवानों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। अब यह मुद्दा सभी जगह छाया हुआ है। बुधवार को इंदौर में हजारों की संख्या में युवाओं ने कलेक्टोरेट पहुंचकर इस परीक्षा की जांच की मांग की है। इन युवाओं का सर्मथन इंदौर की कई कोचिंग संस्थानों ने भी किया है। बुधवार को कई संस्थान इसी वजह से बंद रहे।

युवाओं की सक्रियता ने पटवारी परीक्षा के दौरान हुई कथित गड़बड़ियों को सामने लाने की कोशिश की है। विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर युवाओं को अपना पूरा सर्मथन दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस पटवारी परीक्षा को लेकर जांच की मांग की है। सबस ज्यादा विवादों में ग्वालियर का एनआरआई कॉलेज है जो भाजपा विधायक संजीव कुशवाहा का है।

इंदौर में बुधवार सुबह भंवर कुआ क्षेत्र में हजारों छात्रों की भीड़ आई। ये एक स्वर में पटवारी परीक्षा की जांच की मांग कर रहे थे। इन युवाओं ने नारेबाजी शुरु की। इस दौरान कई कोचिंग संस्थानों के शिक्षक भी यहां पहुंचे। जिन्होंने बताया कि पटवारी की परीक्षा में सीधे तौर पर गड़बड़ हुई है और यह बात साबित कर सकते हैं। इंदौर में काफी देर तक युवा कलेक्टोरेट के बाहर बैठे रहे लेकिन कलेक्टर ज्ञापन लेने के लिए नहीं आए। इस दौरान हजारों छात्र सड़कों पर ही बैठे रहे। इससे कई लोगों को परेशानी हुई लेकिन बहुत से लोग इनसे खुश भी नजर आए कि युवा अब रोजगार के मुद्दे पर एकजुट हो रहा है। नारेबाजी करते हुए युवाओं ने सीएम शिवराज के खिलाफ तीखी नारेबाजी की।

युवाओं के संगठन नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन ने पिछले दिनों इस तरह के प्रदर्शन करने की बात कही थी और सभी जिलों मे इस तरह के प्रदर्शन की तैयारी की गई थी। इंदौर में हुआ प्रदर्शन ज़ोरदार रहा। यहां हजारों की संख्या में युवा पहुंचे और उन्होंने नारेबाजी की। युवाओं ने साफ कहा कि जिस तरह से सरकार भर्ती परीक्षाओं में यह तरीका अपना रही है वह बर्दाश्त के बाहर है। इन्होंने कहा कि पहले से ही भाजपा सरकार का दामन व्यापमं के कारण दागदार है और अब भी भर्तियों में होने वाली गड़बड़ी रुक नहीं रही है।

कोचिंग संस्थानों के शिक्षकों ने कहा कि बस सरकार इन छात्रों के द्वारा प्रश्नपत्रों के हल करने के समय का पूरा इलेक्ट्रानिक डेटा जारी कर दे। इसके अलावा प्रदेश भर में करीब पंद्रह सेंटर संदेह के घेरे में हैं इन सेंटरों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है और सीटों की खरीद फरोख्त हुई है। इन शिक्षकों ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि वे महीनों तक विद्यार्थियों के लगन से पढ़ाते हैं और विद्यार्थी ऐसे ही पढ़ते हैं लेकिन बाद में पता चलता कि सीटों की खरीद फरोख्त हो गई है यह गलत है। एक अभ्यर्थी ने कई दस्तावेज  दिखाते हुए आरोप लगाया कि 9000 पटवारी पदों में से करीब दो हजार सीटें गलत तरीके से भरी जा रहीं हैं।

युवा नेता राधे जाट ने बताया कि इस विरोध को खत्म करने का बड़ा आसान तरीका है कि सरकार बस युवाओं द्वारा पूछे जा रहे परीक्षा से जुड़े सभी सवालों का जवाब दे। जो भी सवाल उठ रहे हैं उन्हें हल कर दे और अगर गड़बड़ी नहीं हुई होगी तो विरोध अपने आप शांत हो जाएगा। जाट ने कहा गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कोई गड़बड़ी नहीं हुई है जबकि उन्होंने पिछले बार शिक्षक भर्ती के समय सागर में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के कालेज में हुई गड़बड़ी के आरोपों को भी गलत बताया था लेकिन वे तो बाद में ठीक निकले और साबित भी हो गए। राधे जाट ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वे युवाओं की भावनाओं का सम्मान करें केवल उनकी हर बात को झुठलाएं नहीं।

इस दौरान संगठन केअन्य सदस्य रंजीत किसानवंशी, सुरेंद्र यादव, गोविंद रोहिला भी मौजूद रहे। इन्होंने बताया कि पटवारी मामले में गड़बड़ी की बातें काफी दिनों पहले से हो रहीं हैं लेकिन सरकार इसे अनदेखा करती रही और अब युवाओं का विरोध बड़ता जा रहा है। ऐसे में केवल एक ही उपाए है कि सारी मांगें मानकर परीक्षा की जानकारी पारदर्शी तरीके से पब्लिक डोमेन में डाल दी जाए।

युवाओं के सवाल 

  1. एक ही एग्जाम सेंटर से सारे टॉपर कैसे आए ?
  2. ESB द्वारा जो टॉप 10 छात्रों की लिस्ट जारी की गई उसमें 7 छात्र वह है जिनका एग्जाम सेंटर NRI कॉलेज ग्वालियर था यहां भाजपा विधायक से संबंधित कॉलेज बताया जा रहा है । जो टॉपर NRI कॉलेज से हैं वह रोल नंबर 2488 7991 से 2488 9693 के बीच आने वाले 17 से छात्रों में से हैं जबकि यहां एग्जाम लगभग 14 लाख लोगों ने दी तो इन 1700 छात्रों में से ही सारे टॉपर कैसे आ गए ?
  3.  यह कैसे हो सकता है जो अपने सिग्नेचर हिंदी में करें वह व्यक्ति अंग्रेजी के पेपर में पूरे नंबर प्राप्त करें ?
  4. सभी टॉपर एक क्षेत्र विशेष से क्यों है ?
  5. व्यापम द्वारा गलती से जिन प्रश्नों के गलत उत्तर दे दिए जिन्हे बाद में हटा दिया गया उन्ही गलत विकल्पो का जो व्यापम द्वारा दिए गए इनके द्वारा चयन कैसे किया गया ?

इस प्रदर्शन के दौरान  युवाओं ने कहा कि उक्त भर्ती, जिस परीक्षा एजेंसी से कराई जा रही है वह कंपनी केंद्र सरकार द्वारा ब्लैक लिस्ट की हुई है। फिर भी ESB ने इस ब्लैक लिस्टेड कंपनी को टेंडर दिया। परीक्षा पेपर मे प्रश्न को लेकर सवाल खड़े हुए है कि एक पेपर मे 30-35 प्रश्न गलत है, कुछ के उत्तर गलत है, कुछ ट्रांसलेट गलत है, कुछ डाटा से बाहर है। उन्होंने कहा कि  जब परीक्षा चल रही थी तब ग्वालियर, मुरैना, सागर के कुछ संदिग्ध पकड़ाए थे जो पैसा लेकर थंब क्लोन बनाकर फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे थे। भर्ती परीक्षा मे जानबूझकर परीक्षार्थी को पास के सेंटर छोड़कर 400-500 KM दूर सेंटर दिए गए।

युवाओं ने मांग की कि जून 2023 की खबर है कि ESB ने भर्ती बिना जैमर के करा दी गयी जबकि ऑनलाइन भर्ती परीक्षा मे जैमर अत्यंत जरूरी है विगत वर्ष 2022 से शिक्षक भर्ती वर्ग 3 की परीक्षा मे भी फर्जीवाड़ा सामने आया था जिसमे ANYDESK के जारिये स्क्रीन शेयर कर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था, तब भी यही ब्लैक लिस्टेड परीक्षा एजेंसी थी।


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