कान्हा ने क्या चुराया किसी को पता नहीं लेकिन मिली दर्दनाक मौत
5 सितंबर को मुजफ्फरनगर महापंचायत
सम्मेलन किसान आंदोलन के विस्तार और मजबूत बनाने पर केंद्रित है।
इंदौर। नर्मदा बचाओ आंदोलन के 36 साल पूरे होने पर आज बड़वानी में आयोजित नर्मदा किसान मजदूर जन संसद में देशभर के प्रतिनिधियों ने सरकार को चेतावनी दी कि वह तीनों कृषि कानून…
राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी नेता जंतर-मंतर पहुंचकर कुछ देर तक किसानों के बीच बैठे और किसान नेताओं का भाषण सुना।
एमएसपी पर बहस खत्म होने के बाद शुक्रवार को किसान संसद किसान विरोधी नीतियों को लेकर मौजूदा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है।
सेंचुरी के श्रमिकों का यह आंदोलन श्रमिक जनता संघ के नेतृत्व में पिछले 45 महीने से शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था।
इंदौर के आसपास के गांवों में फसल की स्थिति लगातार बिगड़ रही है
मध्य प्रदेश में वन अधिकार कानून लागू है। इस कानून की निगरानी और क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने वाले वन विभाग की कमान प्रदेश के एक आदिवासी राजनेता के हाथों में।
सेंचुरी के आंदोलनकारियों को मिला अनेक किसान , मज़दूर और जनसंगठनों का समर्थन,मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की मांग*
इस भीड़ ने काफी देर तक अपना यह प्रदर्शन जारी रखा। इस दौरान नेशनल हाईवे का ट्राफिक भी बाधित होता रहा।
ऐसा कई वर्षों में पहली बार हुआ है कि जुलाई के पहले सप्ताह में भी मानसून मेहरबान नहीं हुआ है। हिंदू पंचांग का आषाढ़ मास बीतने वाला है, लेकिन बोवनी पूरी तरह से…
पहले से ही टीकाकरण की चुनौतियां थीं और अब इसके बाद यह मुश्किलें और बढ़ रहीं हैं। कई जिलों में इसका असर साफ़ नज़र आ रहा है।
कोरोना काल में किसान पहले ही कर्ज में है ओर ऊपर से बढ़ गए डीएपी उर्वरकों के भाव, सोयाबीन भी हुई दोगुना महंगी।
मंगलवार को हुई बारिश से सैकड़ों केंद्रों में खुले आसमान तले रखा सैकड़ों क्विंटल गेहूं बारिश से तरबतर हो गया। यहां चक्रवात की वजह से तीन दिन के लिए खरीदी बंद कर दी…
किसानों ने बताया कि पिछले कई दिनों से यह स्थिति बनी हुई है कि बारदाने नहीं होने से किसान वापस हो रहे हैं। इन किसानों को आशंका है कि 15 मई गुजर ही…
किसानों को प्याज की बेहतरीन वैरायटी होने के कारण दाम भी अच्छे-खासे मिलने की उम्मीद थी, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण देश-प्रदेश में लॉकडाउन की वजह से किसानों की सारी उम्मीदें…
सिंगरौली जिले के आदिवासी गांव की घटना, कोरोना ड्यूटी में लगी एंबुलेंस आई ही नहीं...
- कोरोना लॉकडाउन ने तोड़ी किसानों की कमर, नहीं मिल रहा फसलों का दाम। - लगातार 2 सालों से किसानों को खानी पढ़ रही है दोहरी मार। - महामारी के चलते किसानों की…
संतरे की फसल के लिए मशहूर इन इलाकों में झोलाछाप डॉक्टर मरीज़ों को संतरे के बागीचों में ही भर्ती कर रह हैं। मरीज़ पेड़ों की छांव में लेटे हैं और पेड़ की डालियों…