भोपाल। एकता परिषद और सर्वोदय समाज द्वारा 12 दिवसीय पदयात्रा “न्याय और शान्ति पदयात्रा – 2021”, 21 सितम्बर, अन्तराष्ट्रीय शान्ति दिवस के मौके पर शुरू की गई है। यह पदयात्रा देश के 105…
इंदौर में भी संयुक्त मोर्चा से जुड़े हुए किसान संगठनों ने देपालपुर व महू तहसील के विभिन्न गांवों, कस्बों , चौपालों पर पहुंच कर नुक्कड़ सभाएं की चौपाल सभा में की।
“सरकार शरारत से व्यापक लागत की परिभाषा को बदलने की कोशिश कर रही है।
इन ग्रामीणों की सबसे बड़ी समस्या है जर्जर और अब तक ना बनी हुई सड़कें।
28 अगस्त को बसताड़ा टोल टैक्स पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज के अगले दिन सुशील काजल नाम के किसान की मौत हो गई थी।
मध्यप्रदेश सरकार के रवैये से निराश हैं शिक्षक, नौकरी मांगने गए शिक्षकों पर पिछले महीने किया था लाठी चार्ज
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि योगी सरकार ने किसानों से जो वायदे किए थे वे पूरे नहीं किये हैं।
भोपाल। प्रदेश में 27% ओबीसी आरक्षण को लेकर एमपी हाईकोर्ट में ओबीसी एडवोकेट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा कैविएट दायर की गई है। इसका उद्देश्य है, यदि कोई भी व्यक्ति या संस्था ओबीसी के बढ़े…
भेदभाव पूर्ण कार्यवाही और असामाजिक तत्वों की हरकतों को रोकने की मांग
कान्हा ने क्या चुराया किसी को पता नहीं लेकिन मिली दर्दनाक मौत
5 सितंबर को मुजफ्फरनगर महापंचायत
सम्मेलन किसान आंदोलन के विस्तार और मजबूत बनाने पर केंद्रित है।
इंदौर। नर्मदा बचाओ आंदोलन के 36 साल पूरे होने पर आज बड़वानी में आयोजित नर्मदा किसान मजदूर जन संसद में देशभर के प्रतिनिधियों ने सरकार को चेतावनी दी कि वह तीनों कृषि कानून…
राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी नेता जंतर-मंतर पहुंचकर कुछ देर तक किसानों के बीच बैठे और किसान नेताओं का भाषण सुना।
एमएसपी पर बहस खत्म होने के बाद शुक्रवार को किसान संसद किसान विरोधी नीतियों को लेकर मौजूदा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है।
सेंचुरी के श्रमिकों का यह आंदोलन श्रमिक जनता संघ के नेतृत्व में पिछले 45 महीने से शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था।
इंदौर के आसपास के गांवों में फसल की स्थिति लगातार बिगड़ रही है
मध्य प्रदेश में वन अधिकार कानून लागू है। इस कानून की निगरानी और क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने वाले वन विभाग की कमान प्रदेश के एक आदिवासी राजनेता के हाथों में।
सेंचुरी के आंदोलनकारियों को मिला अनेक किसान , मज़दूर और जनसंगठनों का समर्थन,मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की मांग*
इस भीड़ ने काफी देर तक अपना यह प्रदर्शन जारी रखा। इस दौरान नेशनल हाईवे का ट्राफिक भी बाधित होता रहा।