मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु मांग रहे अभ्यर्थी, वर्ग तीन के 51 हजार पद के लिए हो रहा है आंदोलन
सुबह 10 बजे तक करीब गोदाम पर 800 किसान लाइन में खड़े हो चुके थे, लेकिन वहां के कर्मचारियों ने किसानों को यह कहते हुए खाद देने से मना कर दिया कि अभी…
19 दिसंबर को एक ओर जहां भारतीय किसान संघ आंदोलन कर रहा है वहीं दूसरी ओर उत्तर भारत के 33 किसान संगठन भी फिर से दिल्ली में डेरा डालने और सीमाएं सील करने…
10308 पद पर ही हो रही है नई भर्ती, 23 दिसंबर को भोपाल में करने वाले हैं बड़ा प्रदर्शन
11 साल बाद आई है भर्ती, 1.94 लाख अभ्यर्थी पास कर चुके हैं परीक्षा और सरकार दे रही 18 हजार को नौकरी, इससे दस हजार एसटी वर्ग के लिए
सुमेधा कहती हैं कि उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा उनके पिता ने दी है
किसानों की आय दोगुनी करने का था वादा, करोड़ों खर्च करके प्रयोगशालाएं तो बनवा दी लेकिन उनमें बैठने के लिए कर्मचारी नहीं, न खेती से लाभ मिला न सरकार से नौकरी
मध्यप्रदेश में बढ़ते कुपोषण के मामले: कुल 29 हजार 765 बच्चे कुपोषण से जूझ रहे हैं जिनमें से सिर्फ 8245 बच्चों का ही वजन बढ़ सका।
शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल के नाम ज्ञापन के साथ एक इच्छामृत्यु पत्र भी सौंपा जिसमें उन्हें इच्छामृत्यु की आज्ञा प्रदान करने की बात कही गई है।
प्राथमिक स्तर पर शिक्षकों की भर्ती के लिए मांग लगातार जारी है और अब छोटे छोटे जिलों से यह विरोध भोपाल जाने की तैयारी कर रहा है।
फसलों के लिए इस समय खाद की आवश्यकता बहुत बढ़ गई है। ऐसे में खाद की कमी से किसान परेशान हो रहे हैं। इसी के चलते प्रदर्शन भी बढ़ रहे हैं।
शिक्षक पात्रता परीक्षा के चयनित अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, याद दिलाया कि सीएम शिवराज ने 2018 में 62 हजार शिक्षकों को नौकरी देने का वादा किया था।
द वूम्ब को शुरू किया है अवनी बंसल और श्रीनिवास रायप्पा ने। इसका मकसद महिलाओं की ख़बरों के लिए एक अलग मंच तैयार करना है जहां उनकी ख़बरें पेज 3 पर नहीं बल्कि…
नहीं मानी मोदी सरकार, अब होगी तकरार, समझाना होगा खेती का हिसाब-किताब, किसानो की मांगों का सरकार से मांगेगे जमा खर्च, सांसदों को घेरा, याद कराई उनकी जिम्मेदारी।
शिक्षक भर्ती के लिए संघर्ष कर रहे लोग लगातार इसका जवाब मांग रहे हैं लेकिन फिलहाल उनके हाथ खाली हैं, प्राथमिक शिक्षक के अभ्यर्थी भी 51 हजार पदों की मांग कर रहे हैं
गाडरवारा तहसील में किसानों ने पचामा में खरीदी केंद्र की मांग को लेकर एसडीएम दफ्तर के सामने भरता-बाटी बनाना शुरू कर दिया। हालांकि, थोड़ी-बहुत नोकझोंक और समझाइश के बाद किसानों ने अपना आंदोलन…
थाने के सामने हुई घटना लेकिन पुलिस ने नहीं लिया कोई एक्शन
इस बार समितियों में खाद नहीं दी गई है जिससे उन्हें दूरदराज क्षेत्रों के वेयर हाउस पहुंचना पड़ रहा है। वहां वितरण व्यवस्था भी इस तरह की परेशानी का सबब है कि उन्हें…
चुनावी साल से ठीक पहले लागू हुआ है पेसा कानून, मुख्यमंत्री और भाजपा कर रहे हैं पूरा प्रचार
राहुल गांधी म्यूजिक कंसर्ट में तो गए लेकिन बेरोजगार युवाओं की महापंचायत में नहीं वहीं महापंचायत में पहुंचे नेताओं ने युवाओं के सवाल तो लिए लेकिन उनके ठोस जवाब नहीं दिए।