इंदौर। मध्यप्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारी-अधिकारी राज्य की शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं तो प्रदेश के नर्सिंग ऑफिसर्स ने अब मोर्चा खोल दिया है।
प्रदेश के सभी नर्सिंग ऑफिसर्स ने सोमवार से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत कर दी है और चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो 10 जुलाई से काम बंद कर हड़ताल पर जाएंगे।
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को सभी जिलों में आंदोलनकारी नर्सिंग ऑफिसर्स ने नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन के बैनर तले प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में ज्ञापन सौंपा।
नर्सिंग ऑफसर्स की हैं 10 सूत्रीय मांगें –
नर्सिंग ऑफिसर्स सेकेंड ग्रेड पे, नाइट एलाउंस, नर्सिंग स्टूडेंट का स्टाइपेंड बढ़ाने, नर्सिंग ट्यूटर का ग्रेड पे और पद सृजित करने समेत 10 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन कर रहे हैं। मांगे पूरी नहीं होने पर 10 जुलाई से काम बंद हड़ताल की चेतावनी दी है।
एसोसिएशन की उक्त मांगों के साथ ही 2018 के भर्ती नियमों में संशोधन, नर्सिंग स्टूडेंट का स्टायपेंड तीन हजार से बढ़ाकर आठ हजार रुपये किए जाने सहित अन्य मांगें हैं।
इन मांगों के बारे में प्रदेशभर में नर्सिंग ऑफिसर्स एसोसिएशन लगातार मुख्यमंत्री से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में मामला लाता रहा है।
नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार जाट ने बताया कि इस बार एसोसिएशन आर-पार की लड़ाई का मन बना चुका है। अनेक बार बैठक कर अधिकारियों से आश्वासन ही मिला है, लेकिन मांगों का निराकरण अब तक नहीं हुआ है। इससे नाराज प्रदेश के सभी नर्सिंग ऑफिसर्स ने 3 जुलाई से चरणबद्ध आंदोलन करने एवं 10 जुलाई से काम बंद हड़ताल करने का निर्णय लिया है।