मेडिकल की पढ़ाई कर रहे ओबीसी छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन


छात्रवृत्ति के मुद्दे पर किया प्रदर्शन


DeshGaon
उनकी बात Updated On :

भोपाल।  नर्सिंग छात्रों के बाद अब एमबीबीएस के विद्यार्थी भी सरकार के खिलाफ़ नजर आ रहे हैं।    प्रदेश भर के मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले ओबीसी वर्ग के छात्रों ने सोमवार को राजधानी भोपाल में धरना प्रदर्शन किया। छात्रवृति की मांग को लेकर धरने पर बैठे इन छात्रों को पुलिस उठा ले गई। पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए कांग्रेस नेता अरुण यादव ने शिवराज सरकार को ओबीसी विरोधी करार दिया है।

सोमवार को प्रदेशभर के मेडिकल स्टूडेंट्स राजधानी भोपाल स्थित वर्धमान पार्क में जुटे और धरने पर बैठे गए। इनमें पीपुल्स मेडिकल कॉलेज, चिरायु मेडिकल कॉलेज, अरविंदो मेडिकल कॉलेज, एलएन मेडिकल कॉलेज, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज, महावीर मेडिकल कॉलेज, आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज में अध्यनरत स्टूडेंट्स मौजूद थे। हालांकि, पुलिस बलपूर्वक उन्हें उठा ले गई और कथित तौर पर शहर से 20 किलोमीटर दूर सुनसान इलाके में ले जाकर छोड़ दिया।

इस घटना को लेकर ओबीसी वर्ग के कद्दावर नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने शिवराज सरकार को निशाने पर लिया है। अरुण यादव ने ट्वीट किया, “भाजपा का OBC विरोधी चरित्र एक बार फिर उजागर हो गया है। शिवराज सरकार ने OBC मेडिकल स्टूडेंट्स की छात्रवृत्ति में 15 फीसदी की कटौती कर दी। इसके विरोध मे मेडिकल छात्र भोपाल मे धरना दे रहे थे तो उन्हें पुलिस उठा ले गई। आरक्षण छीनने के बाद अब OBC वर्ग की छात्रवृत्ति पर सरकार ने रोक लगाई।”

 

प्रदर्शनकारी छात्रों का नेतृत्व कर रहे हृदेश साहू ने कहा कि, ‘प्रदेशभर के ओबीसी वर्ग के मेडिकल छात्र-छात्राएं सोमवार को भोपाल पहुंचे थे। हम अपनी जायज मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। सरकार छात्रवृत्ति में कटौती कर रही है, इसके खिलाफ हम धरने पर बैठे थे। लेकिन पुलिस ने हमें बलपूर्वक हिरासत में लिया। पुलिस हमें बस में भरकर शहर से 20 किमी दूर ले गई और सुनसान इलाके में छोड़ दिया। जबकि हमारे साथ छात्राएं भी थी। हम किसी तरह पैदल और लोगों से लिफ्ट लेकर घंटों बाद वापस भोपाल पहुंचे। पुलिस का रवैया बेहद खराब था।”

हृदेश साहू ने आगे कहा कि, ‘प्रदर्शन में शामिल अधिकांश छात्र सामान्य पृष्ठभूमि से आते हैं। स्कॉलाशिप में कटौती कर सरकार हमें उच्च शिक्षा से वंचित करना चाहती है। अन्य वर्गों के छात्रों की स्कॉलरशिप में कटौती नहीं हुई है। लेकिन स्वयं को ओबीसी वर्ग का हितैषी बताने वाली शिवराज सरकार द्वारा ओबीसी मेडिकल स्टूडेंट्स की स्कॉलरशिप में कटौती की जा रही है। जबकि एडमिशन के टाइम हमें डीएमई (डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन) द्वारा पूर्ण छात्रवृति देने का वादा किया गया था। लिखित आदेश होने के बावजूद छात्रवृत्ति काटकर दी जा रही है। इससे गरीब परिवारों के बच्चों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है।’

 

 


Related





Exit mobile version