नरसिंहपुर । सरकारी तौर पर मक्के की खरीदी होगी, इस आस में किसानों ने बीते वर्ष से ज्यादा रकबे में मक्के की फ़सल बोई l अल्पवृष्टि और सूखा की स्थिति से फसल को बचाया लेकिन अब जिले में सरकार मक्के की खरीदी नहीं कर रही है जिससे किसानों की फजीहत बन गई हैl जिले में और 800- 900 रु प्रति क्विंटल की मक्का खरीदी हो रही है जिससे दलालों का बोलबाला है।
जिले में इस वर्ष खरीफ फसल का रकबा लगभग 2 लाख 30 हजार हेक्टर रहा जिसमें से धान 71 हजार हेक्टेयर में और इसके बाद प्रमुख तौर पर ली गई जिन्स मक्का थी जो करीब 32000 हेक्टर में बोया गया था। किसानों ने इस वर्ष मक्के की बोआई इसलिए और अधिक रकबे में की कि सरकार खरीदी करेगी। लगभग 1700- 1800 रुपए प्रति कुंतल की खरीदी से किसानों को अच्छे दाम मिलेंगे, लेकिन किसानों की इस उम्मीद पर पानी फिर गया है।
जिले में मक्के की फसल लगभग अच्छी आई है पर किसानों के लिए दामों में आई गिरावट से काफी नुकसान हैं। उनकी लागत भी नहीं निकल पा रही है। इससे किसानों के समक्ष अब मुश्किल यह है कि मक्के को उन्हें ओने -पौने दामों में बेचना पड़ रहा है।
बीते वर्ष खरीफ का रकबा 23 – 24 हजार हेक्टेयर में था जो इस साल बढ़कर 32 हजार हेक्टेयर हो गया फिर भी सरकार नरसिंहपुर जिले में मक्के की खरीदी नहीं कर रही है।
धान ज्वार के लिए पंजीयन की अंतिम तारीख 15 अक्टूबर
जिले में खरीफ 2020 में 2 लाख 30 हजार हेक्टर क्षेत्र में बोनी की गई, जिसमें से किसानों द्वारा 71 हजार हेक्टर में धान फसल ली जा रही है। वर्तमान में धान की फसल अच्छी है। धान का समर्थन मूल्य शासन द्वारा 1868 रूपये प्रति क्विंटल घोषित किया गया है। समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए किसानों को अपनी फसल का पंजीयन कराना अनिवार्य है। पंजीयन कराने की अंतिम तिथि कल 15 अक्टूबर निर्धारित की गई है।
इसी प्रकार कृषि विभाग की आत्मा परियेाजना के विशेष प्रयास तथा नवाचार के अंतर्गत 1650 हेक्टर रकबे में कृषकों द्वारा ज्वार लगाई गई है। शासन ने ज्वार का समर्थन मूल्य 2620 रूपये प्रति क्विंटल घोषित किया है। ज्वार की खरीदी के लिए जिले में एक खरीदी केन्द्र बनाया जाना प्रस्तावित है। समर्थन मूल्य पर ज्वार खरीदी के संबंध में पंजीयन की अंतिम तिथि कल 15 अक्टूबर ही है।