नई दिल्ली। दिल्ली में एक बार फिर से किसानों का भव्य विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला। भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में आज सोमवार यानी 19 दिसंबर से किसान दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘गर्जना रैली’ का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के लाखों किसान हुंकार भरेंगे।
इस रैली में शामिल होने के लिए मध्यप्रदेश के किसान भी शामिल हुए हैं। दिल्ली में कड़ाके की ठंड में किसान रामलीला ग्राउंड पर जुटे हैं और लाभकारी मूल्य समेत चार मांगों को लेकर हुंकार भर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, शाजापुर समेत प्रदेशभर से हजारों किसान दिल्ली पहुंचे हैं। वे पिछले दो महीने से प्रदर्शन को लेकर तैयारी कर रहे थे। कई किसान तो दो दिन पहले से दिल्ली पहुंच गए थे।
भारतीय किसान संघ के मध्य भारत प्रांत के अध्यक्ष कैलाश सिंह ठाकुर बताते हैं कि
रैली के जरिये किसान अपनी मांगें सरकार के सामने रखेंगे। इनमें मुख्य मांग ये है कि किसानों को लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य मिलना चाहिए। फिलहाल किसानों को सिर्फ समर्थन मूल्य मिलता है और समर्थन मूल्य पर भी देशभर में केवल 15-18% ही अनाज खरीदा जा रहा है जबकि 80% अनाज बाजार में ही रह जाता है। इससे किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। इसके अलावा किसान खेती के लिए जो ट्रैक्टर-ट्रॉली और बाकी उपकरण खरीदते हैं उस पर से जीएसटी खत्म की जानी चाहिए।
वहीं, दूसरी तरफ, किसान संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख राहुल धुत कहते हैं कि
सम्मान निधि के नाम पर केंद्र सरकार की तरफ से दो हजार राशि दी जाती है, जिसे बढ़ाकर 10 हजार किया जाना चाहिए। वहीं, जंगली जानवरों की वजह से किसानों को खासा नुकसान उठाना पड़ता है। जानवर खेतों में घुसकर फसलों को बर्बाद कर देते हैं। हम सरकार से मांग करेंगे की जंगली जानवरों से हो रहे नुकसान की भरपाई सरकार करें और जानवरों को उनके जंगलों में छोड़ा जाए।
भारतीय किसान संघ की प्रमुख मांगें –
- लागत आधारित फसलों के लाभकारी मूल्य दिए जाए
- कृषि आदानों पर से जीएसटी खत्म किया जाए
- पीएम किसान योजना से मिलने वाली रकम में बढ़ोतरी की जाए
- जीएम फसलों पर रोक लगाया जाए
- हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचने की मांग