किसान आंदोलनः सर्दियों से जीतकर अब गर्मी की तैयारी में किसान, टिकैत की नज़र अब गुजरात पर


कड़ाके की ठंड झेलने के बाद आंदोलनकारी किसान अब गर्मियों के मौसम को देखते हुए तैयारी कर रहे हैं। दिल्ली की सरहदों पर चल रहे आंदोलन स्थल पर अब शामियानों में पंखे लगवाना शुरू कर दिए हैं।


DeshGaon
उनकी बात Updated On :

नई दिल्ली।  विवादित कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन अब हर रोज़ और भी गंभीर होता जा रहा है। इस आंदोलन की चर्चा अब विदेशों में भी हो रही है और केंद्र सरकार की छवि को बड़ा नुकसान भी हो रहा है। किसानों के लिए सड़कों पर लगाए गए कीलों की चुभन का अहसास अब सरकार को भी हो सकता है। केंद्र सरकार 79 दिन से जारी इस आंदोलन को रोकने के लिए कुछ भी कर पाने में अब तक विफल ही रही है और आंदोलन को दबाने के तरीकों की निंदा दुनियाभर में हो रही है।

कड़ाके की ठंड झेलने के बाद आंदोलनकारी किसान अब गर्मियों के मौसम को देखते हुए तैयारी कर रहे हैं। दिल्ली की सरहदों पर चल रहे आंदोलन स्थल पर अब शामियानों में पंखे लगवाना शुरू कर दिए हैं।

इसके साथ ही टेंट की ऊंचाई बढ़ाकर उसके अंदर एक और टेंट लगा रहे हैं ताकि गर्मी से बच सकें। इसके साथ ही धरनास्थलों पर AC लगी ट्रॉलियां भी नजर आ रही हैं। किसान नेता राकेश टिकैत कह चुके हैं कि आंदोलन कम से कम अक्टूबर तक चलेगा।

इस बीच कृषि कानूनों के और तेज विरोध के लिये किसानों की तैयारियां जारी हैं। लगातार महापंचायतें हो रहीं हैं।  राकेश टिकैत भी कई दूसरे किसान नेताओं के साथ इन पंचायतों में शामिल हो रहे हैं और इन महापंचायतों में  भरपूर भीड़ भी उमड़ रही है।  हरियाणा के बहादुरगढ़ में हुई किसान महापंचायत में भी ऐसी ही भीड़ उमड़ी जहां टिकैत ने कहा कि
‘हम देशभर में मार्च निकालेंगे। गुजरात जाकर इसे आजाद करवाएंगे। यह केंद्र के कंट्रोल में है। भारत आजाद है, लेकिन गुजरात के लोग कैद में हैं। अगर वे आंदोलन में शामिल होना चाहें, तो जेल हो जाती है।’

टिकैत के मुताबिक वे कृषि कानूनों की वापसी से कम पर तैयारी नहीं हैं और अपना मंच और पंच दोनों ही नहीं बदलेंगे। इस दौरान सिंघु बॉर्डर हमारा ऑफिस बना रहेगा। टिकैत ने कहा कि अगर सरकार अब या दस दिन या एक साल बाद भी बात करना चाहे तो भी वे तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में कीलें उखाड़े बिना यहां से लौटेंगे नहीं।

टिकैत ने यहां राहुल गांधी के उस बयान से भी सहमति जताई जिसमें उन्होंने कहा था कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर तंज़ कसा था। राहुल ने कहा था कि देश को कुल चार लोग चला रहे हैं, हम दो हमारे दो… ।


Related





Exit mobile version