खेतों में रबी सीजन की बोवनी किए किसी किसान को करीब दो-तीन हफ्ते हो चुके हैं। ऐसे में उम्मीद की जाती है कि बोवनी के बाद तेज बारिश हो लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। ऐसे में किसान चिंतित हैं हालांकि वे इस मौके का लाभ उठा रहे हैं। बीते करीब एक हफ्ते से बारिश नहीं होने के कारण किसानों को अपने खेत एक बार फिर साफ करने का मौका मिल गया है।
किसानों के मुताबिक उन्हें उम्मीद थी कि अब अच्छी बारिश होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ, यह अचरज की बात है। प्रदेश भर में जहां कई जगह अच्छी बारिश हुई है लेकिन धार जिले में बारिश का आंकड़ा कमजोर रहा है और माना जा रहा है कि ऐसा कमजोर मानसून चार पहले आया था जब साल 2021 में जुलाई पहले सप्ताह में सिर्फ 3 मिमी पानी बरसा था। पिछले साल जुलाई के पहले सप्ताह में ही इतनी बारिश हुई थी कि तालाब भर दिए थे, मगर अभी की स्थिति में सब सूखे पड़े है।
यह स्थिति न केवल अभी बल्कि बाद में भी नुकसानदेह साबित हो सकती है क्योंकि बारिश नहीं हुई तो सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की किल्लत खड़ी हो सकती है। मप्र में लगातार बारिश की चेतावनी दी जा रही है लेकिन इसका कोई असर जिले में दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसे में किसान अब परेशान हैं क्योंकि उन्हें पानी को लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं मिल रही है।
जमीन में नमी के लिए चला रहे डोरे: किसानों के मुताबिक खेतों की नमी लगातार हो रही कम हो रही है। वहीं बोवनी के बाद से ही सोयाबीन में लंबी खेंच के बाद किसानों में ने खेतों में नमी को बरकरार रखने के लिए के ट्रैक्टर के डोरे के साथ हाथ डोर एवं दूसरी कोशिशें की जा रहीं हैं, इनका उद्देश्य खेतों में मिट्टी को उलट पलट करना होता है ताकि नमी बनी रहे और खरपतवार भी निकल जाए। अब किसानों ने खेतों के खरपतवार को हटाने के लिए दवाओं का प्रयोग बंद कर दिया है क्योंकि बारिश के बिना इससे और भी नुकसान होने की संभावना है।
अब तक क्षेत्र में महज 6 इंच बारिश ही रिकॉर्ड हो सकी है। किसानों के अनुसार करीब 15 दिन पहले ही ग्रमीण क्षेत्र में कई किसानों ने बुवाई कर दी थी। उस समय बारिश 3 इंच भी नहीं हुई थी। किसान राजू चौधरी का कहना है कि अच्छी बारिश हो जाए तो कुछ नहीं चाहिए। इसके बाद फिर आगे की प्रक्रिया कर काम करेंगे। जिन किसानों ने बोवनी कर दी है वो अब पानी का इंतजार कर रहे हैं। जिन्होंने नहीं की वह बारिश के इंतजार में हैं और चिंतित भी क्योंकि उनकी बोवनी में देरी हो सकती है।
आने वाले एक दो दिन में तेज बारिश की उम्मीद है, ऐसे में किसान चिंता ना करें। वहीं खेतों में नमी बनाए रखने के लिए खेतों में डोरे चलवाएं जिससे नमी बनी रहे। वहीं अभी खरपतवार नाशक का उपयोग नहीं करें, थोड़ी बरसात होने के बाद ही छिड़काव करें, जिससे पौधे को नुकसान नहीं होगा।
ज्ञानसिंह मोहनिया, उपसंचालक, कृषि विभाग धार