खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के मांधाता विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भमौरी के किसानों ने राज्य सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोते हुए मंगलवार को मूंदी-सनावद राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर प्रदर्शन किया।
खंडवा के मांधाता विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भमौरी के किसानों ने मंगलवार को मूंदी-सनावद हाईवे पर चक्काजाम कर दिया और घंटों तक चले प्रदर्शन के बाद मामला शांत हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये प्रदर्शनकारी किसान कोदबार उद्वहन सिंचाई योजना में हुए घोटाले को लेकर आक्रोशित थे और इन किसानों का कहना है कि सिंचाई योजना में 25-25 एकड़ के एरिया में पानी सप्लाई के टैंक बनाए जाने का नियम है, लेकिन ठेकेदार कंपनी ने 50 एकड़ के एरिया में एक टैंक बनाया है।
प्रदर्शन कर रहे किसानों के मुताबिक, परेशानी यह है कि अधिकांश खेतों तक पानी ही नहीं पहुंच पा रहा है। नतीजतन शासन के रिकॉर्ड में जमीनें सिंचित हो जाएंगी, लेकिन हालात सूखे से बदतर हो जाएंगे।
इन किसानों ने दावा किया कि पिछले महीने ही कोदबार उद्वहन सिंचाई योजना की टेस्टिंग हुई थी। टेस्टिंग के दौरान देखा गया कि इस योजना से जितना रकबा लाभांवित होना है। उस रकबे के आधे से भी कम में ही पानी पहुंच पाया।
किसानों का सवाल है कि जब 25 एकड़ जमीन के दायरे में टैंक (पानी ट़्रांसफार्मर) स्थापित करना था तो 50 एकड़ के दायरे में टैंक क्यों बनाए गए यानी योजना के अनुरूप काम नहीं किया गया है जो सरेआम भ्रष्टाचार है।
किसानों का कहना है कि यह भ्रष्टाचार सरकार और प्रशासन की मिलीभगत के बगैर संभव नहीं हो सकता है। पूरी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है।
किसानों ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए बताया कि बड़े-बड़े पाइप डालने के लिए किसानों के खेतों को खोदा गया। जब तक योजना का काम चला तब तक किसानों ने खेतों से फसल तक नहीं ली। उम्मीद थी कि खेतों तक पानी आएगा और सूखे से मुक्ति मिलेगी तो उत्पादन ओर बढ़ेगा, लेकिन ऐसा होने की बजाय उनके साथ तो धोखा ही हुआ है।