नरसिंहपुर। शुगर रिकवरी के आधार पर गन्ने के मूल्य निर्धारण की मांग को लेकर राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने एक बार फिर जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा।
किसानों ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने 15 दिनों के भीतर उनकी मांगों पर ठोस कदम नहीं उठाया तो उग्र आंदोलन करेंगे।
बुधवार की देर शाम जिलेभर से कई किसान जिला मुख्यालय पहुंचे। रैली निकाली और कलेक्ट्रोरेट नरसिंह भवन पहुंच कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में किसानों की वही पुरानी मांग दोहराई गई है कि शुगर रिकवरी के आधार पर गन्ने के दाम का निर्धारण किया जाए।
इसके अलावा…
- किसानों ने मांग की है कि गन्ना के तौल कांटों की जांच की जाए, ब्लू को दिए जाने वाले गन्ना का भुगतान अधिकतम 15 दिन में किया जाए।
- पहले से ही खाद और बीज की किल्लत झेल रहे किसानों ने धरना प्रदर्शन करते हुए कई और भी मांगें दोहराई कि जले हुए ट्रांसफार्मर बदले जाएं।
- हेलमेट के नाम पर अवैध वसूली बंद की जाए।
- खाद को लेकर पहले से ही परेशान चल रहे किसानों ने मांग की कि उन्हें पर्याप्त तौर पर खाद दी जाए।
- एकड़ पर एक बोरी डीएपी खाद दी जा रही है जिसे किसान नाकाफी बता रहे हैं। ऐसे में खाद की तय सीमा बढ़ाई जाए।
प्रदर्शन करने वाले किसानों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से गन्ना किसानों की परेशानियां शुगर मिलों की मनमानी से भी बढ़ी हैं जिसकी वजह प्रशासन का लचर रवैया उनके लिए परेशानी है।
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के अध्यक्ष एकम सिंह पटेल ने कहा कि अगर प्रशासन 15 दिनों में ध्यान नहीं देगा तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।