नहीं मिल रहा मक्के का सही दाम, किसान संघ ने सौंपा ज्ञापन

ब्रजेश शर्मा
उनकी बात Updated On :
narsinghpur farmers
नरसिंह भवन में मक्का के दामों को लेकर खासी हलचल रही


नरसिंहपुर। प्राकृतिक आपदा‌ से जूझता जिले का किसान अब उपज के वाजिब दाम नहीं मिलने से भी परेशान है। खासकर मक्का के बंपर उत्पादन के बाबजूद किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) नहीं मिल पा रहा है।

इस सिलसिले में नरसिंह भवन में मक्का के दामों को लेकर खासी हलचल देखने को मिली। किसान संघ समेत जिला कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

यहां पहुंचे किसानों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देने जिले भर से पहुंचे किसानों ने कहा कि सोयाबीन, उड़द और मक्का की फसलें इस बार खास तौर से बोई गई थी।

इसमें से मक्के की फसल को छोड़ कर शेष सभी अतिवृष्टि और अल्पवृष्टि के कारण खराब हो गई हैं। किसान अब मक्का की उचित दामों पर बिक्री पर निर्भर है।

इससे प्राप्त होने वाली आय से ही वह आगामी फसलों की तैयारी कर पाएगा। किसानों ने कहा कि वर्तमान में मक्के का उचित मूल्य उन्हें नहीं मिल पा रहा है।

इससे उनकी दिक्कतें कई गुना बढ़ गई हैं। डीजल, बीज, खाद, कीटनाशक और कृषि उपकरण आदि में मूल्यवृद्धि से किसान का लागत मूल्य भी दोगुना से अधिक हो गया है।

ज्ञापन में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने मक्के का समर्थन मूल्य 1850 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। इसके बावजूद मंडियों में मक्का खरीदी की शुरुआती बोली 700 रुपये प्रति क्विंटल लगाई जा रही है।

इस राशि से उनकी फसल लागत तक निकलना मुश्किल है। इन परिस्थितियों में सभी किसानों ने एकजुटता से मांग की है कि उन्हें कम से कम 1850 रुपये प्रति क्विंटल की दर प्रदान की जाए।

उन्होंने चेतावनी भी दी है कि यदि 7 दिन के अंदर ठोस कार्रवाई नहीं होती है तो सभी किसान उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।

ज्ञापन सौंपने वालों में नारायण प्रसाद दुबे, विनोद, रीतेश तिवारी, राजेश सिंह लोधी, सुरेश चौधरी, अनिल आदि की मौजूदगी रही।


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