जिला मुख्यालय से महज 12 किलोमीटर की दूरी पर सकतली के परेशान किसान कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं मगर किसानों की फसल खराब होने से चिंता में हैं वहीं किसान कौन सी फसल लगाएं जिसमें वह लाभ का व्यापार बनाया जा सके। जिन फसलों को किसान लगाता है उसमें नुकसान उठाना पड़ता है।
अब इस बार किसान गोभी की फसल में बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है हजारों रुपए की कीटनाशकों छिड़कने के बाद भी किसान को खाली हाथ और निराशा ही हाथ लगी है। बाजारों में महंगे महंगे दामों पर खरीद व बीज लगाकर खेतों में लगया मगर आज लाखों रुपए की चपेट में आ गया बता दें कि किसान इस बार पत्ता गोभी की फसल लगाई मगर मौसमी बारिश के कारण किसानों को फसल के खराब होने के साथ लाखों रुपए की चपत का सामना करना पड़ा है।
हर बार मुश्किलों का सामना करना पड़ता है: किसानों के सामने कोई न कोई मुश्किल सामने आती रहती हैं। फसलों के खराब होने से किसानों को बड़ा नुकसान होगा बीमारी के साथ मौसम की मार से किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं, इन दिनों किसान पत्ता गोभी की फसल में एक रोक लगने से परेशान हैं। यह कीट पत्तागोभी की फसल को खराब कर फूल को नुकसान पहुंचा रही है। शुरुआत में ये धब्बे पत्तियों के निचली सतह पर ही बनते है लेकिन बाद मे यह धब्बे पत्तियों की ऊपरी सतह पर भी दिखाई देने लगता है। पत्तियों के जिस स्थान पर यह धब्बे बनते है उस स्थान के ऊतक भूरे हो कर मर जाते है। इससे किसान काफी चिंतित हैं।
45 हजार बीघा ख़र्च किए बारिश ने की खराब फसल: किसान विष्णु लववंशी ने बताया कि हमने 45 हजार रुपए बीघा का खर्च किया मगर अब स्थिति यह है कि हम पका हुआ माल भी तोड़ने लायक नहीं है वही बारिश ने गोभी को खराब कर दिया है बार-बार दवाई छिड़कने पर भी पौधे सही नहीं हो रहे हैं, इस बार हमें फसलों में बड़ा नुकसान हुआ है। किसानों ने बताया कि हमने गोभी बीज लगाकर पौध तैयार की है। जब फसल पककर तैयार हुई तो सामने यह नई समस्या दिखाई दे रही है।
लगातार बारिश बनी परेशानीः कीट के अलावा बारिश भी किसानों के लिए परेशानी बनी हुई है। पिछले सप्ताह क्षेत्र में हुई बारिश से सब्जी पैदा करने वाले किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं। अच्छी पत्ता गोभी पैदावार की आस लगाए किसान बताते हैं कि खेत में बारिश होने के कारण पत्ता गोभी में ब्लैक रॉट व झुलसा रोग लग गया है। पत्ता भी गलने लगा है जिसके चलते उनके खेत की करीब 50 फीसदी फसल पूरी तरह से खराब हो चुकी है। वहीं बरसात के साथ उमस भी पत्ता गोभी में गलना रोग लगा दिया है। बाहर से लगे रोग पर तो छिड़काव कर काम चल जाएगा। लेकिन अंदर लगे रोग पर काबू पाना मुश्किल है। वही इसबार सकतली के किसानों ने लगभग 20 बीघा में बंद गोभी लगाई है। एक भी किसानों को अच्छी पैदावार नही हुई है।
क्षेत्र के किसान बाजार से महंगे दामों में कीटनाशक दवाइयां खरीदकर फसल में छिडक़ाव किया हैं। किसान इस बात से भी परेशान हैं कि इस बीमारी पर कोई असर ही नहीं पड़ रहा है। ऐसे में इस पर नियंत्रण नहीं होने से यह फसल को नुकसान पहुंच रहा है। फसल में नियंत्रण नहीं होने से कई स्थानों पर पत्तागोभी की फसल में नुकसान हो रहा है।
राहुल चौधरी, किसान, ग्राम सकतली
हम ने इस बार से ज्यादा महेनत की मगर हम किसानों को कुछ हाथ नही लगने वाला है बीमारी से इस बार फसल खराब हो गई है इस सीजन में अच्छी संख्या में किसानों ने पत्ता गोभी की फसल लगाई है। इसबार सब्जियों की फसलों को नुकसान हो रहा है। वहीं अब पत्ता गोभी मे तो बीमारी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पत्ता गोभी में पत्ते नीचे ऊपर दोनों साइट से खराब हो रहे और इससे पत्तागोभी नहीं बन पाती रही है। इससे पैदावार भी कम हो रही है।
राजेश लववंशी, किसान, ग्राम सकतली