दिल्ली में डेरा डाले किसानों के बीच बीती रात तीन मौतें हुई हैं। टिकरी बॉर्डर पर एक किसान की ठंड लगने से मौत हो गयी। ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर एक किसान की ठंड से मौत हुई तो एक बुजुर्ग किसान ने खुदकुशी कर ली। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में एक प्रेस वार्ता कर के गणतंत्र दिवस पर समानांतर परेड करने का एलान कर दिया और अब तक आंदोलन में शहीद हुए 50 से ज्यादा किसानों की मौत के लिए केंद्र की मोदी सरकार को दोषी ठहराया है
गाजीपुर बॉर्डर पर एक किसान ने आत्महत्या कर जीवन त्याग दिया आंदोलनरत सरदार कश्मीर सिंह जी बिलासपुर, रामपुर के रहने वाले थे, शहादत पर आंदोलन की भूमि से विनम्र श्रद्धांजलि।#FarmersProtests #KisanAandolan @myogiadityanath @narendramodi @ANI @PTI_News pic.twitter.com/R2vsSoGVQu
— Bhartiya kisan Union (@OfficialBKU) January 2, 2021
सोमवार को सरकार के साथ किसान संगठनों की बातचीत प्रस्तावित है और 5 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। उससे पहले ही शनिवार दोपहर संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के जिस तरीके से 26 जनवरी तक के अपने कार्यक्रमों की घोषणा की है, उससे समझ में आता है कि परसों की बातचीत से वे किसी नतीजे के निकलने की उम्मीद नहीं कर रहे हैं।
बीते साल 26 नवंबर को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए अपने आंदोलन में पहली बार किसानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। जो तीन मुख्य घोषणाएं आज किसानों ने की हैं, उनमें 26 जनवरी को समानांतर परेड करने की बात शामिल है। साथ ही देश भर के किसानों से ट्रैक्टर लेकर दिल्ली आने को कहा गया है और नागरिकों को किसानों की परेड में आमंत्रित किया गया है।
किसान नेता डॉ. दर्शन पाल ने साफ कहा कि अगर 4 जनवरी की बातचीत विफल हो जाती है और 5 जनवरी को कोर्ट से राहत नहीं मिलती है, तो 6 जनवरी को करनाल-पलवल-मानेसर हाइवे पर ट्रैक्टर मार्च करेंगे। यह रैली 26 जनवरी की परेड का रिहर्सल होगी। इसके बाद 6 जनवरी से 20 जनवरी के बीच 15 दिन पूरे देश में भंडाफोड़ अभियान चलेगा और किसान मार्च करेंगे। 23 जनवरी को राजभवनों की ओर किसानों को मार्च का कॉल दिया गया है।
दिल्ली के इर्द-गिर्द जितने भी शहर हैं, उन्हें 25 जनवरी तक दिल्ली बुलाया गया है। अगले दिन 26 जनवरी को ट्रैक्टर और वाहन मार्च राज्य की राजधानियों और जिला मुख्यालयों में निकाला जाएगा।
देर रात टिकरी बॉर्डर पर कैथल के 60 वर्षीय बुजुर्ग किसान राम कुमार (60) और गाज़ीपुर बॉर्डर पर 57 वर्षीय किसान गलतान सिंह की मौत हुई। राम कुमार को ब्रेन हैमरेज बताया जा रहा है जबकि गलतान सिंह को ठंड के मारे छाती में दर्द हुआ था।