भोपाल। चुनावी साल में मध्यप्रदेश के सहकारी संस्थाओं के कर्मचारियों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इन कर्मचारियों ने सोमवार को सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया के बंगले पर धरना दिया।
अचानक हुए इस प्रदर्शन को लेकर पुलिस को भी कोई खास अंदाजा नहीं था। इसके बाद मंत्री के बंगले की सुरक्षा बढ़ा दी गई और वहां बैरिकेडिंग कर दी गई।
इस बीच कर्मचारी अड़े हुए थे कि अगर उनकी मांगों पर लिखित में आदेश जारी नहीं किए गए तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे।
सहकारिता कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष बीएस चौहान ने बताया कि वे इस बार पूरी तरह तैयार हैं और अगर मांगें नहीं मानी जाती हैं तो प्रदेश के 55000 कर्मचारी काम बंद हड़ताल शुरू कर देंगे।
ये हैं मांगें…
- मार्च 2021 में महासंघ के साथ किए गए शासन के समझौते के अनुसार सहकारी संस्थाओं के सहायक व प्रभारी प्रबंधक, लेखपाल, लिपिक, विक्रेता, कंप्यूटर ऑपरेटर, कैशियर, भृत्य, चौकीदार कर्मचारियों का वेतन मान शासन की गठित कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार तत्काल लागू किया जाए।
- 60% पैक्स कर्मचारियों को जिला बैंक कैडर में समिति प्रबंधक का चयन संशोधन आदेश तत्काल जारी किया जाए।
- 40% बैंक कैडर में सीधी भर्ती पर तत्काल रोक लगाने के आदेश जारी किए जाएं।
- कोरोना काल में रजिस्टर पीडीएस खाद्यान्न POS मशीन में कम नहीं किया गया है। जिससे मशीनों में अधिक खाद्यान्न दिख रहा है। जिसे लेकर जिला प्रशासन द्वारा जांच कर कार्रवाई की जाती है। मशीनों का तत्काल सुधार कर कार्रवाईयां वापस कराई जाएं।
मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने कहा कि वह अपनी मांगों का निराकरण चाहते हैं और इसीलिए यहां आए हैं कर्मचारियों ने बताया कि शासन के वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों से कई बार बातचीत हो चुकी है लेकिन अब तक समाधान नहीं निकाला जा सका है।
अपने बंगले के बाहर कर्मचारियों का यह हुजूम देखकर मंत्री अरविंद भदौरिया भी असहज हो गए और उन्होंने बाहर आकर कर्मचारियों से बातचीत करना शुरू कर दिया।
मंत्री कर्मचारियों को मनाते हुए नजर आए और उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की दो मांगों पर सहमति बन चुकी है जिनके आदेश जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे।
मंत्री बंगले पर मौजूद अपने स्टाफ से कहते नजर आए कि सभी के भोजन की व्यवस्था कराओ। बंगले के बाहर धरने पर बैठे कर्मचारियों से मुलाकात के दौरान उन्होंने अपने स्टाफ से कहा कि इन भाइयों के भोजन की व्यवस्था करो।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी हमारे परिवार के सदस्य हैं। आप लोग 15-20 साल से काम कर रहे हैं अब इस उम्र में कहां जाएंगे। आपकी जो भी जायज मांगें हैं। उन्हें मुख्यमंत्री जी से चर्चा करके समाधान किया जायेगा।