भोपाल। पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए प्रदेश के कर्मचारी लगातार मांग कर रहे हैं। इसके लिए ये कर्मचारी पांच फरवरी रविवार को भोपाल में एक बड़ा प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में कर्मचारियों के पहुंचने की संभावना है। इस कार्यक्रम के लिए प्रशासन ने अनुमति भी दे दी है। इससे पहले अनुमति के लिए यह आवेदन कई बार खारिज किए जा चुके थे लेकिन इस बार प्रशासन ने इसके लिए भेल दशहरा मैदान में अनुमति दी थी। हालांकि अपने इस प्रदर्शन के लिए कर्मचारी संगठनों को जबलपुर हाईकोर्ट से भी मदद मिली। इस आयोजन को पेंशन महाकुंभ का नाम दिया गया है। इस आयोजन में भोपाल से ही सबसे ज्यादा कर्मचारी शामिल होने की उम्मीद है।
नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम (NMOPS) के आव्हान पर हो रहे इस पेंशन महाकुंभ के साथ ही कर्मचारी पुरानी पेंशन के लिए प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरु कर रहें हैं। हालांकि पुरानी पेंशन की मांग काफी समय से की जा रही है और पिछले दिनों जबलपुर, महेश्वर और उज्जैन आदि में संगठन ने एक बड़ा कार्यक्रम भी किया था लेकिन भोपाल के आंदोलन को अहम माना जा रहा है।
NMOPS मध्यप्रदेश के प्रांताध्यक्ष परमानन्द डेहरिया ने प्रदेश के पुरानी पेंशन योजना चाह रहे सभी कर्मचारियों और अधिकारियों से इस कार्यक्रम में पहुंचने की अपील की है। इस कार्यक्रम में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु भी पहुंच रहे हैं। इस आंदोलन में भोपाल से मंत्रालयीन कर्मचारी संघ ने भी अपना सर्मथन दिया है। संघ के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार पटेल ने सभी मंत्रालय के विभागों के कर्मचारी अधिकारियों से इस आंदोलन में पहुंचने की अपील की है।
सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं, हक के लिए हर मोड़ पर लड़ना पड़ता है। पूरी ताकत से सभी लोग #5फरवरी को अधिक से अधिक संख्या में भोपाल पहुंचे।#NMOPS pic.twitter.com/AyiYgkpn4p
— Vijay Kumar Bandhu (@vijaykbandhu) February 3, 2023
संगठन के जिमी सक्सेना ने बताया कि पुरानी पेंशन स्कीम के लिए वे सरकार से लगातार मांग करते आए हैं और अपनी परेशानियां वे मुख्यमंत्री तक पहुंचाना चाहते हैं इसके लिए लगातार मांग की जाती रही है लेकिन भोपाल में कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जा रही थी और अब जब अनुमति मिली है तो कर्मचारी यहां से अपनी आवाज़ पुरज़ोर तरीके से बुलंद करेंगे। कर्मचारियों के कहना है कि वे इस कार्यक्रम में वे अपने परिवारजनों के साथ पहुंचेंगे क्योंकि यह विषय उनको भी आर्थिक रुप से प्रभावित करने वाला है।