सिंघू बॉर्डर से रूट तोड़कर दिल्ली में घुसे और लाल किले पर चढ़कर निशान साहेब फहराने वाले कृत्य की जिम्मेदारी दीप सिद्धू ने ली है। दूसरी ओर खुद संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने आज के घटनाक्रम से खुद को आधिकारिक रूप से अलग करते हुए आज की घटना का जिम्मेदार दीप सिद्धू और लक्खा सिद्धाना को ठहराया है।
गणतंत्र दिवस पर आयोजित किसान परेड में कुछ किसान जत्थों के अलग रूट पर चलकर दिल्ली में प्रवेश करने के बाद पुलिस के साथ हुई झड़प में एक किसान की मौत हुई है। किसान का नाम नवनीत सिंह बताया जा रहा है जो उत्तराखण्ड से था और गाज़ीपुर बॉर्डर के मोर्चे में शामिल था। मौत आइटीओ स्थित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर हुई है।
#Breaking | Navneet Singh, a 34-year-old #farmer protester from Uttarakhand, was shot and killed at ITO this afternoon, acc to an eyewitness. The shooting took place outside the Andhra Education Society on Deen Dayal Upadhyaya Marg, he said. #FarmerProtest pic.twitter.com/H5sb1OUsTL
— The Caravan (@thecaravanindia) January 26, 2021
शुरुआती खबरों के मुताबिक वहां एक ट्रैक्टर के पलटने से उसकी मौत बतायी गयी। बाद में हालांकि किसानों ने दावा किया कि यह मौत पुलिस की गोली से हुई है। आइटीओ के अलावा नांगलोई में किसानों और पुलिस की झड़प हुई है। लाल किला पर सिंघू बॉर्डर से आये किसान वहां से लौट चुके हैं।
इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व ने इन घटनाओं से खुद को अलग कर लिया है। एएनआइ की चलायी खबर के मुताबिक संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि “हमारे सभी प्रयासों के बावजूद कुछ संगठनों और व्यक्तियों द्वारा रूट का उल्लंघन करने का निंदनीय कृत्य किया गया। असामाजिक तत्वों ने शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की। हमने हमेशा माना है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और किसी भी उल्लंघन से आंदोलन को नुकसान होगा।
गाज़ीपुर बॉर्डर मोर्चे के किसान नेता राकेश टिकैत ने आज हुई गड़बड़ी का दोष राजनीतिक दलों के ऊपर डाला है और कहा है कि वे उन्हें पहचानते हैं जो आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सचिव सतनाम सिंह पन्नू के मुताबिक उन्होंने रिंग रोड पर ही परेड निकाली और वापस सिंघू बॉर्डर लौट आये। उन्होंने इस बात से साफ़ इनकार किया है कि उनके समूह से कोई भी लाल किला जाने वालों में शामिल था।
दूसरी ओर बीकेयू (दकौंदा) के अध्यक्ष बूटा सिंह और बीकेयू (उग्राहां) के जोगिंदर सिंह उग्राहां ने लाल किला जाने वालों में दीप सिद्धू और लक्खा सिद्धाना का नाम लिया है। प्रिंट को दिए बयान में लाल किले पर झंडा फहराने का दोष बूटा सिंह ने दीप सिद्धू के समूह पर लगाया है। संयुक्त किसान मोर्चा के आज के घटनाक्रम से खुद को आधिकारिक रूप से अलग कर लेने और ये सारे बयान आने के बाद दीप सिद्धू ने एक फेसबुक लाइव कर के अपना पक्ष विस्तार से रखा है।