उत्तराखंड: मंदिर में घुसने पर दलित को रस्सी से बांधा, जलती हुई लकड़ी से रातभर पीटते रहे


घटना 9 जनवरी की है जब बैनोल गांव निवासी 22 वर्षीय आयुष मंदिर में पूजा करने के लिए गया था। इससे वहां मौजूद अगड़ी जाति के लोग उसे देखकर नाराज हो गए। लोगों ने उसे घेर लिया और मारपीट की।


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देहरादून। उत्तरकाशी जिले के मोरी क्षेत्र के सालरा गांव में 9 जनवरी एक दलित युवक जब पूजा करने के लिए मंदिर में दाखिल हुआ तो कुछ अगड़ी जाति के लोगों ने उसके साथ बर्बरतापूर्ण हरकत की।

ग्रामीणों ने दलित को रस्सी से बांधा और फिर जलती हुई लकड़ी से उसे रातभर पीटते रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार (12 जनवरी) को यह जानकारी सार्वजनिक की।

पुलिस ने बताया कि घटना 9 जनवरी की है जब बैनोल गांव निवासी 22 वर्षीय आयुष मंदिर में पूजा करने के लिए गया था। इससे वहां मौजूद अगड़ी जाति के लोग उसे देखकर नाराज हो गए। लोगों ने उसे घेर लिया और मारपीट की।

पीड़ित ने पुलिस को घटना की जानकारी दी और अपनी शिकायत भी दर्ज करवाई। पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत में पीड़ित ने दावा किया है कि रात भर अगड़ी जाति के कुछ लोगों ने मंदिर में उसके साथ मारपीट की, उसे बांध दिया और जलती लकड़ियों से उसकी पिटाई की।

इसके बाद 10 जनवरी को पीड़ित को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उच्च केंद्र रेफर कर दिया गया।

इस बारे में उत्तरकाशी के एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि आयुष की शिकायत के आधार पर पांच ग्रामीणों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सर्किल ऑफिसर (ऑपरेशन) प्रशांत कुमार को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है और आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम लगी हुई है।


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