गुना में आदिवासियों का बड़ा प्रदर्शन, ज़िंदा जला दी गई रामप्यारी के हत्यारों को सज़ा की मांग


जयस नेता हीरालाल अलावा और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह भी पहुंचे हैं, गुना जिले में पहली बार आदिवासियों का इतना बड़ा आंदोलन


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उनकी बात Published On :

भोपाल। गुना में आदिवासी महिला को जिंदा जलाकर मारने वाले आरोपियों पर कार्रवाई के लिए आदिवासी संगठन सक्रिय हो गए हैं। रविवार को आदिवासी संगठन जयस के कई नेता और कार्यकर्ता गुना के बामोरी पहुंचे। यहां दशहरा मैदान में एक आम सभा की गई और इसके बाद शहर में रैली निकाली गई। इस आंदोलन में प्रदेश के कई हिस्सों से जयस के नेता पहुचे हैं। ये नेता प्रदेश में आदिवासी नागरिकों पर हो रहे आपराधिक घटनाओं का विरोध कर रहे हैं और रामप्यारी बाई के हत्यारों के कड़ी सज़ा देने और पांच करोड़ रुपये का मुआवज़ा देने की मांग कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में पूर्व मंत्री राघोगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह, मनावर से जयस के विधायक हीरालाल अलावा भी पहुंचे हैं।

 

पिछले दिनों गुना जिले के बामोरी क्षेत्र धनोरिया गांव में एक आदिवासी महिला रामप्यारी को डीज़ल डालकर ज़िंदा जला दिया था। जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी। आरोपी उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे थे और जब रामप्यारी मौके पर पहुंची तो उन्होंने उन पर हमला कर दिया। इस मामले में पुलिस ने अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है। यहां पहुंचे आदिवासी संगठन यहां आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर अपराध पिछले कुछ वर्षों में लगातार बढ़े हैं और प्रदेश की छवि इसे लेकर लगातार बिगड़ी है। हालांकि राज्य सरकार खुद को आदिवासियों का हिमायती बताती है और साल 2022 में ही कई स्थानों पर आदिवासी अस्मिता को बल देने के लिए कई कार्यक्रम किये गए जिनमें भारतीय जनता पार्टी ने खुद को ज्यादा से ज्यादा जनजातीय समाज से जोड़ने की कोशिश की है।



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