बुरहानपुर। जिले में 28 अप्रैल को आए बारिश-तूफान की वजह से तकरीबन 2500 हेक्टेयर क्षेत्र में लगे लगभग केले के 1.8 करोड़ पौधे नष्ट हो गए और साथ ही साथ हल्दी व प्याज की फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है।
माना जा रहा है कि केला, हल्दी व प्याज की इन फसलों को हुए नुकसान की वजह से किसानों को कम से कम 1500 करोड़ रुपये की आर्थिक क्षति उठानी पड़ेगी।
प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान से भेंट के दौरान पूर्व मंत्री व भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता अर्चना चिटनिस ने इसकी जानकारी दी और किसानों को फसल बीमा का लाभ दिलाने की बात भी कही ताकि प्राकृतिक आफदा में उन्हें आर्थिक तौर पर सहायता मिल सके।
इसके साथ ही उन्होंने सीएम चौहान से बुरहानपुर आकर नुकसान का जायजा लेने का आग्रह भी किया है। बता दें कि मंगलवार को सीएम के बुरहानपुर दौरे की खबर आई थी, लेकिन सोमवार की शाम में ही उनका दौरा निरस्त होने की जानकारी आई।
मूल्यांकन करने खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर के कृषि विज्ञानी पहुंचे –
सोमवार को प्रभावित केला फसल का मूल्यांकन करने खंडवा, खरगोन व बुरहानपुर के कृषि विज्ञानी भी खेतों में पहुंचे। इससे पहले उन्होंने कलेक्टर भव्या मित्तल से मुलाकात की।
खंडवा कृषि महाविद्यालय के विज्ञानी डॉ. मनोज कुरी, आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र खरगोन के डॉ. एसके त्यागी व उप संचालक कृषि एमएस देवके के साथ कलेक्टर ने चर्चा की और कृषि विज्ञानियों ने उन्हें तकनीकी मार्गदर्शन दिया।
इसके बाद सर्वे दल के साथ सभी खेतों में पहुंचे। कलेक्टर ने बुरहानपुर कृषि विज्ञान केंद्र के विज्ञानियों को भी सर्वे दलों के साथ भ्रमण करने के निर्देश दिए हैं।
जिला प्रशासन द्वारा गठित संयुक्त सर्वे दल ने सोमवार को लिंगा, सारोला, बाड़ा जैनाबाद, टिटगांव खुर्द, खामनी, इच्छापुर, दहीहांडी, मालवीर, दापोरा, नाचनखेड़ा, फोफनार, संग्रामपुर, रायसेना, गोलखेड़ा, बड़झिरी, बोदरली, मोहद, चापोरा, टिटगांव, फोफनार खुर्द, रायगांव, पिपली रैयत, खड़कोद, हसीनाबाद, नायर आदि गांवों में पहुंचकर सर्वे किया।