राहुल गांधी के विवेकानंद स्मारक पर जाने को लेकर गलत साबित हुआ केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का दावा


राहुल गांधी विवेकानंद स्मारक गए और उन्होंने तथा कांग्रेस पार्टी ने अपने इस कार्यक्रम का वीडियो भी साझा किया, इससे पहले साल 2019 में भी राहुल के इस बयान पर स्मृति ईरानी ने गंभीर आरोप लगाए थे लेकिन फैक्ट चैक में गलत साबित हुए


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फैक्ट चैक Updated On :

भोपाल। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक बार फिर कांग्रेसी नेताओं के निशाने पर हैं। इसकी वजह पिछले दिनों का दिया गया एक भाषा है जिसमें उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर जमकर हमला बोला था और कहा था कि कन्याकुमारी से अगर यात्रा शुरू की गई थी तो राहुल गांधी को स्वामी विवेकानंद को भी नमन करना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। स्मृति ईरानी का यह वीडियो लगातार वायरल हो रहा है जिसमें में अपने चिर परिचित तीखे अंदाज में राहुल गांधी की आलोचना कर रही हैं।

स्मृति ईरानी के इस वीडियो में किए गए दावे की जांच पड़ताल की गई तो यह झूठा निकला। दरअसल भारत जोड़ो यात्रा के दौरान  राहुल गांधी 7 सितंबर को स्वामी विवेकानंद के स्मारक पहुंचे थे और श्रद्धांजलि भी दी थी। इसका वीडियो भी कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल और दूसरे मीडिया माध्यमों से साझा किया था।

इसके बाद से ही कांग्रेसी नेताओं को स्मृति ईरानी और भारतीय जनता पार्टी पर हमला करने का अच्छा मौका मिला और उन्होंने उन्होंने स्मृति ईरानी के वीडियो के साथ राहुल गांधी का वह वीडियो भी साझा किया जहां वह स्वामी विवेकानंद स्मारक पर पहुंचे थे।

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कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी और उनके नेता इसी तरह बेबुनियाद और तथ्य हीन बातें फैलाते हैं और इसका राजनीतिक फायदा उठाने की पूरी कोशिश करते हैं।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पिछले दिनों गोवा में अपनी बेटी के रेस्टोरेंट और बार को लेकर चर्चाओं में रही जिसके बाद उन्होंने कई कांग्रेस नेताओं पर मानहानि का दावा भी किया। लेकिन इस बार वे खुद अपने गलत दावों के कारण कांग्रेस के निशाने पर हैं।

यह पहली बार नहीं है कि स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर इस तरह के तथ्यहीन आरोप लगाए हैं 12 दिसंबर 2019 को भी गांधी द्वारा दिए गए भाषण पर स्मृति ईरानी ने संसद में कहा था…

ईरानी ने लोकसभा में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि “इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि पार्टी का कोई नेता सार्वजनिक रूप से यह आह्वान कर रहा है कि भारतीय महिलाओं के साथ बलात्कार किया जाना चाहिए। राष्ट्र के इतिहास में यह पहली बार है कि बलात्कार जैसे गंभीर अपराध पर एक कांग्रेस पार्टी के नेता, इसे राजनीतिक उपहास का हिस्सा बना रहे हैं। राष्ट्र के इतिहास में यह पहली बार है कि गांधी परिवार का कोई बेटा बलात्कार के लिए खुले तौर पर कहता है कि भारत में बलात्कार करो।”

हालांकि राहुल गांधी का बयान ऐसा नहीं था उन्होंने भारत में लगातार हो रही दुष्कर्म की घटनाओं पर सरकार से नाराजगी जताते हुए कहा था कि

“अब आप जहां भी देखते हैं, उस देश में जहां नरेंद्र मोदी ने ‘मेक इन इंडिया’ कहा था, अब आप जहां भी देखते हैं, ‘मेक इन इंडिया’ नहीं, बल्कि ‘रेप इन इंडिया’ दिखता है।”

इस बारे में काफी विवाद हुआ और स्मृति ईरानी के आरोप तथ्यहीन पाए गए लेकिन इसके बावजूद मामला आगे नहीं बढ़ा।

 

 

 

 

 

 


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