हटा (दमोह)। सीधी बस हादसे ने आम लोगों के दिलों को झझकोर कर रख दिया है। यह हादसा इतना गंभीर है कि अब शासन-प्रशासन भी इससे सबक ले रहा है और इस तरह के हादसे की पुनर्रावृति न हो इस पर मंथन कर रहा है।
लेकिन, हटा में रेस्ट हाउस के पास नाला पर बनी पुलिया सदैव हादसे को आमंत्रण देती है। इस पुलिया पर रेलिंग नहीं होने के कारण कई बार लोग इससे नीचे गिरकर घायल हुए हैं। साथ ही पुलिया से गिरने के कारण पूर्व में कुछ लोगों की मौत भी हो चुकी है।
फिर भी शासन-प्रशासन इस पुलिया की हालत में सुधार करने को लेकर आंखें मूंदे हुए है। प्रशासनिक अनदेखी के कारण यहां कभी भी कोई हादसा हो सकता है। यह संकीर्ण पुलिया नगर के मुख्य मार्ग की है, जहां से बस स्टैंड के लिए यात्री बसों सहित दोपहिया, चार पहिया एवं भारी वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। पुलिया निर्माण से लेकर आज तक इसकी रेलिंग नहीं बनाई गई है।
इसी पुलिया से होकर अनेक छात्र-छात्राएं पैदल व छोटे वाहनों से आते-जाते हैं। इसी मार्ग से होकर जनपद पंचायत कार्यालय, कृषि विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, जेल, तहसील कचहरी, मंडी, दुग्ध संकलन केन्द्र, एसडीओपी कार्यालय, पीएचई कार्यालय सहित अन्य विभागों में लोगों का आना-जाना रहता है।
पुलिया पर ओवर टेक या क्रॉसिंग के दौरान कई बार हादसा हो चुका है। शासन-प्रशासन के प्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों के वाहन भी इसी मार्ग से निकलते हैं। साइड नहीं मिलने के कारण जाम जैसी स्थिति में फंसे रहते हैं, लेकिन गंतव्य तक पहुंचने के उपरांत सब भूल जाते हैं।
हादसा होने के उपरांत शोक संवेदनाएं तो सभी प्रकट करते हैं, लेकिन घटना घटित होने के पूर्व यदि जिम्मेदार जाग जायें तो स्वाभाविक है किसी मां की गोद सूनी नहीं होगी। किसी बच्चे के सिर से उनके पालक की छत्रछाया बची रहेगी, तो कोई सकुशल आने वाले दिनों को देख सकेगा।
जब जिम्मेदारो से इस संबंध में बात की गई तो जानकारी मिली कि नगरीय क्षेत्र में आने वाली इस पुलिया पर नया पुल स्वीकृत हो चुका है, लेकिन बजट के अभाव के कारण कार्य नहीं हो पा रहा है।
पहले यह मार्ग और पुलिया लोक निर्माण विभाग के पास थी, जिसे तीन वर्ष पूर्व नगर पालिका को हस्तांरित किया जा चुका है, जिसकी सारी जिम्मेदारी भी नगर पालिका की है।