चोरल नदी के पास मिली लाश का मामला हत्याकांड में बदला। सिमरोल पुलिस ने इस अंधे कत्ल का मात्र 24 घंटे में पर्दाफाश कर दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हथौड़ी से वार कर हत्या करना सामने आया था। इसके बाद एसडीओपी विनोद शर्मा के निर्देशन व थाना प्रभारी दिलीप पुरी के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच शुरू की गई।
गरीबों की जेब पर डाका डालकर बना करोड़पति, धार नगरपालिका में असिस्टेंट इंजीनियर डीके जैन के यहां लोकायुक्त छापा में मिली करोड़ों की बेनामी संपत्ति।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के विरोध में युवक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बुधवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ नारेबाजी की तथा उनका पुतला जलाया।
मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल यानी MPBSE की 10वीं कक्षा का परिणाम बुधवार की शाम 4 बजे जारी कर दिया गया। 10वीं कक्षा के विद्यार्थी व उनके अभिभावक रिजल्ट को एमपी बोर्ड की वेबसाइट mpbse.nic.in पर देख सकेंगे।
इस भीड़ ने काफी देर तक अपना यह प्रदर्शन जारी रखा। इस दौरान नेशनल हाईवे का ट्राफिक भी बाधित होता रहा।
- पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई, बालाजी होटल से रसूखदार सटोरियों से मिला लाखों का हिसाब-किताब।
हटा थाना पुलिस ने कैस्ट्रोल कंपनी के मैनेजर दीपक यादव की सूचना पर दो दुकानों पर दबिश देकर दो दुकानदारों को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि पकड़े गए इन दोनों दुकानदारों ने बाजार में कई नकली डिब्बे खपा दिए हैं और ये लंबे समय से नकली ऑयल बेच रहे थे।
केसूर में बड़नगर रोड स्थित नदी किनारे ईंट भट्टे में इस्तेमाल होने वाले केमिकल में भयंकर विस्फोट के बाद आग लग गया। केमिकल में आग लगने की वजह से पूरे क्षेत्र में घना काला धुंआ ही नजर आने लगा।
घटना की गंभीरता को देखते हुए सागर रेंज के डीआईजी और दमोह पुलिस अधीक्षक ने भी घटनास्थल का जायजा लिया था। पूरे मामले में हटा थाना पुलिस की लापरवाही पर टीआई मनीष मिश्रा और बीट प्रभारी प्रदीप चौधरी को लाइन हाजिर भी किया गया था।
यदि आगामी दिनों में बारिश नहीं हुई तो किसानों को आर्थिक मार झेलनी पड़ेगी और बारिश नहीं होने की स्थिति में दोबारा खर्च कर बोवनी करना पड़ेगी। पहले ही किसान लगातार दो-तीन साल से सोयाबीन की सही उपज नहीं मिल पाने की वजह से परेशान हैं।
आठ आरोपियों से भारी मात्रा में नकली शराब जब्त, चार फरार। पकड़े गए दो आरोपियों पर विभिन्न थानों में दस से बीस प्रकरण दर्ज। एक पेटी पर होता था दो से तीन हजार रुपये का फायदा।