रायपुर/भिलाई। छत्तीसगढ़ के पाटन ब्लॉक के जंजगिरी और कुम्हारी पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने परंपरा के अनुसार गौरी-गौरा की पूजा के बाद अपने हाथों पर सोटे का प्रहार झेला।
परंपरा के मुताबिक गौरी पूजा के दिन सोटे का प्रहार सहने से अनिष्ट की आशंका खत्म होती है और खुशहाली आती है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर के लिए खुशहाली की कामना भी की।
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हर साल की तरह इस बार भी सुबह पूजा-अर्चना के बाद जंजगिरी गांव पहुंचे, जहां उन्होंने चौक पर गौरी-गौरा की पूजा की।
इस मौके पर गांव के बीरेंद्र ठाकुर ने मुख्यमंत्री के पांव छुए और फिर उनके हाथों पर सोटे से प्रहार किया। लोक मान्यता है कि गौरा गौरी पूजा के मौके पर सोटे से प्रहार से अनिष्ट टलते हैं और खुशहाली आती है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भिलाई में गौरी गौरा पूजा के अवसर पर लोगों से मुलाकात की इस दौरान उन पर सोंटे का प्रहार भी किया गया।
यह इस पूजा की परंपरा है जिसे मुख्यमंत्री बघेल हर साल निभाते हैं।@bhupeshbaghel #chhattisgarh pic.twitter.com/QmAciKA1yy— Deshgaon (@DeshgaonNews) October 25, 2022
मुख्यमंत्री प्रदेश की खुशहाली की कामना के लिए हर साल इस लोक अनुष्ठान में हिस्सा लेते हैं। इस पूजा की परंपरा है जिसे मुख्यमंत्री बघेल हर साल निभाते हैं।
जजंगिरी पहुंचकर मुख्यमंत्री बघेल ने लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और कहा कि दीप पर्व आप लोगों के जीवन को इसी तरह जगमग करता रहे।
उन्होंने कहा कि हर बार आप लोगों के बीच आकर मुझे बहुत खुशी महसूस होती है और दिवाली का आनंद आप लोगों के साथ साझा कर मन हर्षित हो जाता है।
मुख्यमंत्री बघेल इसके बाद कुम्हारी में भी गौरा-गौरी पूजा में शामिल हुए। यहां पर भी मुख्यमंत्री ने लोगों को दिवाली की बधाई देते हुए उनके सुख समृद्धि की कामना की।
सीएम ने कहा कि दीपावली के मौके पर लोक परंपरा का आनंद लेना बहुत सुख देता है। आप लोगों के बीच हर बार आता हूं मुझे बहुत खुशी होती है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गौरा-गौरी की पूजा के साथ नगर भ्रमण भी किया और वे शहरवासियों से मिले। सभी ने उनका गर्मजोशी से आत्मीय स्वागत किया।