नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए विवादित तीन कृषि कानूनों के विरोध में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली परेड के दौरान हुए उपद्रव व हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने अब तक 200 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है।
पुलिस ने हिंसा, तोड़फोड़ और नियम तोड़ने की घटनाओं पर 22 एफआईआर दर्ज किए हैं, जिनमें जानलेवा हमले, डकैती, सरकारी काम में रुकावट डालने और नियम तोड़ने जैसी धाराएं लगाई गई हैं।
एक एफआईआर में राकेश टिकैत, दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह जैसे छह किसान नेताओं के नाम भी शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ ट्रैक्टर रैली की शर्तें तोड़ने का केस दर्ज किया गया है। इन नेताओं ने उस एनओसी पर साइन किए थे, जो पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के लिए जारी की थी।
FIR by Delhi Police mentions the names of farmer leaders Darshan Pal, Rajinder Singh, Balbir Singh Rajewal, Buta Singh Burjgil & Joginder Singh Ugraha for breach of NOC issued regarding farmers' tractor rally. FIR also mentions the name of BKU spox Rakesh Tikait: Delhi Police
— ANI (@ANI) January 27, 2021
दिल्ली पुलिस ने बुधवार को बयान जारी कर कहा है कि मंगलवार 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में 300 जवान घायल हुए हैं।
#WATCH | Protesters vandalise a Delhi Police vehicle beating it with sticks, during yesterday's episode of violence (26.1.2021)
Video clip source(Delhi Police) pic.twitter.com/3KFYUOnwYo
— ANI (@ANI) January 27, 2021
साथ ही कहा कि प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों से आंसू गैस के गोले छोड़ने वाली गन छीन ली थी, जो बाद में लाल किले में एक शख्स के हाथों में देखी गई।
A tear gas gun, that was snatched from security personnel at one of the locations where incidents of violence took place yesterday, was seen at Red Fort: Delhi Police
(Source: Delhi Police) pic.twitter.com/5DxNkW4brP
— ANI (@ANI) January 27, 2021
उत्तर दिल्ली के कार्यवाहक डीसीपी संदीप ने बताया कि कई हिंसक लोग अचानक लाल किले पहुंच गए। वे किसान थे या फिर जो भी थे, उन्होंने शराब पी रखी थी। उन्होंने हम पर तलवारों और दूसरे हथियारों से हमला कर दिया। स्थिति लगातार बिगड़ रही थी और हिंसक भीड़ को काबू करना हमारे लिए मुश्किल हो गया था।
Many violent people reached Red Fort suddenly. Drunken farmers or whoever they were, attacked us suddenly with swords, lathis, and other weapons. The situation was worsening and it was too difficult for us to control the violent crowd: Sandeep, Operator of DCP North, Delhi pic.twitter.com/UKVkcKi0QI
— ANI (@ANI) January 27, 2021
किसानों से झड़प में घायल हुए वजीराबाद के एसएचओ पीसी यादव ने बताया कि
लाल किले में जब प्रदर्शनकारी घुसे थे, उस वक्त वहां हम ड्यूटी पर थे। हमने उन्हें प्राचीर से हटाने की कोशिश की, लेकिन वे आक्रामक हो गए। हम किसानों के खिलाफ बल प्रयोग नहीं करना चाहते थे, इसलिए हमने जितना हो सका संयम रखा।
#WATCH | We were deployed at Red Fort when many people entered there. We tried to remove them from the rampart of the fort but they became aggressive….We didn't want to use force against farmers so we exercised as much restraint as possible: PC Yadav, SHO Wazirabad. #Delhi pic.twitter.com/v6o7D57EAk
— ANI (@ANI) January 27, 2021
किसानों ने मंगलवार 26 जनवरी को लाल किले में घुसकर भारी तोड़फोड़ की थी। इनके वीडियो व तस्वीरें न्यूज एजेंसी एएनआई पर आईं हैं। हालांकि, इन आंदोलनकारियों को पुलिस ने तीन घंटे के अंदर ही वहां से खदेड़ दिया था।
#WATCH: Broken shards of glass, scattered pieces of paper and vandalised ticket counter seen at the Red Fort in Delhi.
A group of protestors climbed to the ramparts of the fort and unfurled flags on January 26. pic.twitter.com/myCOU9QrJK
— ANI (@ANI) January 27, 2021
एहतियातन लाल किले पर आज भी भारी सुरक्षाबल तैनात हैं और वहां रैपिड एक्शन फोर्स लगाई गई है। साथ ही साथ ही ड्रोन की मदद से यहां नजर रखी जा रही है।
Delhi Police detains 200 people in connection with the violence during farmers' tractor rally in the city yesterday. They will be arrested soon: Delhi Police
— ANI (@ANI) January 27, 2021