WORLD: EX PM इमरान खान गिरफ्तार: जल रहा पाकिस्तान, जानिये सेना का यह रवैया क्यों है लोकतंत्र के लिए खतरनाक !


इमरान के सर्मथकों का गुस्सा सेना पर उतर रहा, कई जगह हो रहीं हिंसक झड़पें, सैन्य अधिकारियों के घर तक जला रही जनता।


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बड़ी बात Updated On :

नई दिल्ली। पाकिस्तान  के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सेना ने गिरफ्तार कर लिया है और इसके बाद से ही सारे देश में बवाल मचा हुआ है।

इमरान को हाईकोर्ट में कार्यालय से गिरफ्तार किया और उन्हें ले जाते हुए सेना के अधिकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री की गरिमा का भी ख्याल नहीं रखा। इसके बाद से ही इमरान के सर्मथक देशभर में हंगामा कर रहे हैं।

पाकिस्तानी सेना के हेडक्वार्टर पर जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और उनके अफसरों के घरों में आग तक लगा दी गई है। इमरान के सर्मथकों के इस हिंसक प्रदर्शन में पुलिस और उनके बीच झडपें हो रहीं हैं।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी से उत्पन्न देश में बढ़ती हिंसा के बीच पाकिस्तानी अधिकारियों ने ट्विटर, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों तक को प्रतिबंधित कर दिया है।

वैश्विक इंटरनेट मॉनिटर नेटब्लॉक्स ने मंगलवार को स्थिति पर बयान जारी किया और कहा कि  कुछ क्षेत्रों में कुल इंटरनेट शटडाउन तक किया गया है।

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इस बारे में कहा कि पाकिस्तान के दूरसंचार प्राधिकरण के अधिकारियों ने यूके में बताया कि नियामकों ने सोशल मीडिया पर रोक लगा दी थी और  इस्लामाबाद और अन्य शहरों में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई थी।

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इस प्रतिबंध का विरोध करते हुए आगे कहा कि “यह लोगों की सूचना और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तक पहुंच को प्रतिबंधित करता है।”

“हम पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण और आंतरिक मंत्रालय से इस प्रतिबंध को तुरंत वापस लेने का आह्वान करते हैं।”

इमरान खान के सत्ता से हटाए जाने के बाद उन पर भ्रष्टाचार के कई तरह के आरोप लगाए गए हैं और उन्हें अदालत तक ले जाया गया। उनकी गिरफ्तारी देश में पैदा हुआ राजनीतिक संकट के कई महीनों के बाद की गई है।

बताया जाता है कि पाकिस्तानी सेना इस बात से नाराज़ है कि इमरान ने कहा था कि सेना का एक वरिष्ठ अधिकारी उन्हें जान से मारने की साजिश में शामिल था।

इमरान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी पीटीआई ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को इस्लामाबाद ज्यूडिशियल कॉम्पलेक्स पहुंचने के लिए कहा है। वहीं लंदन में भी पाकिस्तानी नागरिक और इमरान के सर्मथक प्रदर्शन कर रहे हैं।

इमरान खान को गिरफ्तार करने की दुनियाभर में निंदा हो रही है और उनके सर्मथक इस कदम से बेहद नाराज़ हैं। ये सर्मथक सड़कों पर निकल आए हैं। महिलाएं सेना मुख्यालय के गेट के सामने प्रदर्शन कर रही हैं।

इनमें से कई प्रदर्शनकारी अकेले हैं तो कई झुंड में चल रहे हैं।  कुछ प्रदर्शनकारियों ने सेना पर अपना गुस्सा निकाला और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोल दिया और सैन्य शहर रावलपिंडी में सेना के सामान्य मुख्यालय के गेट पर घेराबंदी कर दी।

जानकारों की मानें तो इमरान पर इसलिए ये कार्रवाई की जा रही है ताकि उन्हें इस साल के अंत में होने वाले चुनावों से दूर रखा जाए। ऐसा करने के लिए सेना उन पर लगाए गए आरोपों का सहारा ले सकती है।

पुलिस ने कराची और लाहौर में खान समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछार छोड़ी। प्रदर्शनकारियों ने वहीं राजधानी इस्लामाबाद, पेशावर और अन्य शहरों में सड़कों को अवरुद्ध कर दिया।

विश्लेषकों के मुताबिक लगातार पाकिस्तान सरकारें अपने विरोधियों को चुप कराती रही हैं।

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों ने कहा है कि छह सदस्यीय दल इस  मामले में अगले कदम पर विचार कर रहा है।  यह दल जल्द ही मिलेगा और इस पर अपनी राय रखेगा।

खान द्वारा गिरफ्तार किए जाने के डर से मार्च में गठित समिति को उनकी अनुपस्थिति में पार्टी के मामलों को संभालने की शक्ति दी गई थी, और इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी कर रहे हैं।

कुरैशी ने खान की गिरफ्तारी को “गैरकानूनी” बताया और जनता से अदालत के नवीनतम फैसले का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरने का आग्रह किया।

पार्टी के महासचिव असद उमर ने भी कहा, “शाह महमूद कुरैशी के नेतृत्व में, इमरान खान द्वारा बनाई गई छह सदस्यीय समिति खुद कार्रवाई के बारे में फैसला करेगी।”

हालांकि इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने वकील ने अंर्तराष्ट्रीय समाचार संगठन अल जज़ीरा को बताया कि खान की गिरफ्तारी को कानूनी रूप से की गई है।

खान की कानूनी टीम के सदस्य फैसल फरीद चौधरी ने कहा, “अदालत ने गिरफ्तारी को कानूनी घोषित किया।” हम भविष्य की रणनीति तय करने के लिए पार्टी नेताओं के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं।’

देश में बन रहे इन हालातों से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। पाकिस्तान में निजी स्कूलों के महासंघ ने घोषणा की है कि देश के सभी निजी स्कूल 10 मई को बंद रहेंगे। ए

सोसिएशन के अध्यक्ष काशिफ मिर्जा ने कहा, “देश में आपातकालीन स्थिति के कारण, देश के सभी निजी स्कूल बुधवार, 10 मई को बंद रहेंगे।”



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