केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नीट परीक्षा में गड़बड़ी स्वीकारी, जांच के लिए गठित होगी उच्च स्तरीय समिति


दोषियों को कड़ी सजा देने का भरोसा दिया, कहा बिहार में पेपर लीक का खमियाजा लाखों दूसरे छात्रों को नहीं भुगतना चाहिए।


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बड़ी बात Published On :

नेशनल एलिजिबिलिटी इंट्रेंस टेस्ट (NEET) के माध्यम से मेडिकल कोर्स में दाखिले के लिए हो रही परीक्षा को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। देशभर से 20 से ज्यादा याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में गड़बड़ियों के आरोप में दर्ज की गई हैं। इस मुद्दे पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी सवालों के जवाब दिए।

प्रधान ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय बिहार सरकार के साथ संपर्क में है और छात्रों के हितों से समझौता नहीं किया जाएगा। दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी और परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी। NTA को सुधारने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।

प्रधान ने कहा, “पटना से कुछ जानकारी मिल रही है और इस पर चर्चा हो रही है। पटना पुलिस के पास कुछ महत्वपूर्ण सूचनाएं हैं जो सरकार को जल्द भेजी जाएंगी। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि दोषी चाहे NTA हो या उसके अधिकारी, सख्त कार्रवाई की जाएगी। एक उच्च स्तरीय समिति का गठन भी किया जाएगा और जल्द ही सब कुछ साफ हो जाएगा।”

उन्होंने यह भी कहा, “बिहार पेपर लीक जैसी अलग घटनाओं का असर उन लाखों छात्रों पर नहीं पड़ना चाहिए जिन्होंने ईमानदारी से परीक्षा दी।”

कैसे शुरू हुआ विवाद

NEET-UG एग्जाम में अति उच्च अंक दिए जाने के आरोप लगे हैं जिससे इस साल 67 उम्मीदवारों ने परफेक्ट स्कोर के साथ टॉप रैंक हासिल की है, जबकि पिछले साल केवल दो ही छात्र टॉप रैंक पर थे। छात्रों का आरोप है कि कई उम्मीदवारों के अंक योजना के तहत घटाए और बढ़ाए गए हैं। साथ ही, 6 केंद्रों में एग्जाम में देरी हुई और समय की बर्बादी की भरपाई के लिए लगभग 1500 छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए, जो जांच के दायरे में हैं।

यहां लीक हुए पेपर?

NEET-UG में पेपर लीक होने के भी आरोप लगे हैं। बिहार पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने पिछले महीने कहा था कि 5 मई के एग्जाम से पहले लगभग 35 छात्रों को NEET के पेपर और उत्तर मुहैया कराए गए थे। इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

 

ग्रेस मार्क्स कहां दिए गए?

मेघालय, हरियाणा, छत्तीसगढ़, सूरत और चंडीगढ़ के कम से कम 6 एग्जाम सेंटरों में पेपर समय पर नहीं बांटे गए थे जिससे छात्रों को 3 घंटे 20 मिनट नहीं मिल पाए। छात्रों ने समय की बर्बादी की शिकायत की थी और इन केंद्रों में छात्रों को कोर्ट के फॉर्मूले के आधार पर ग्रेस मार्क्स दिए गए।

 

रीएग्जाम का प्रस्ताव क्यों रखा गया?

याचिकाकर्ताओं ने 1563 छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स पर आपत्ति जताई थी। NTA ने इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई जिसने सुझाव दिया कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 उम्मीदवारों के स्कोरकार्ड कैंसिल किए जाएं और रीएग्जाम कराया जाए। इन छात्रों को उनके बिना ग्रेस मार्क्स वाले ओरिजिनल स्कोर भी बताए जाएंगे।

 

फिर पेपर कब?

NTA ने NEET UG रीएग्जाम का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। कुल 1563 उम्मीदवारों का रीएग्जाम 23 जून को होगा। नए एडमिट कार्ड जारी किए जाएंगे और रिजल्ट 30 जून तक घोषित किया जाएगा। उम्मीदवारों को ईमेल के जरिए जानकारी भेजी जाएगी और उनके ओरिजिनल स्कोर भी भेजे जाएंगे।



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