नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली कोरोना वायरस के संक्रमण से बेहाल है। यहां एक दिन में 25462 नए मामले मिले हैं। यह चौबीस घंटों के दौरान मिला अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
इस दौरान संक्रमण की दर करीब तीस प्रतिशत रही यानी दिल्ली में जांच करवाने वाला हर तीसरा व्यक्ति संक्रमित है। इसके बाद से दिल्ली में अगले सोमवार तक लॉकडाउन लगा दिया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपील की है कि लॉकडाउन के दौरान लोग बाहर न निकलें और मज़दूर दिल्ली न छोड़ें।
लॉकडाउन 19 अप्रैल सोमवार की शाम से लागू होगा। ऐसे में लोग अपनी जरूरी सामानों की खरीदी करने के लिए निकल पड़े। बाज़ारों में भीड़ उमड़ी।
इस बीच सबसे ज्यादा भीड़ दिल्ली की शराब दुकानों पर थी। जहां लोग कतारों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। ज्यादातर दुकानों के बाहर लोग गाड़ियों में शराब भरते नज़र आए।
#WATCH Delhi: A woman, who has come to purchase liquor, at a shop in Shivpuri Geeta Colony, says, “…Injection fayda nahi karega, ye alcohol fayda karegi…Mujhe dawaion se asar nahi hoga, peg se asar hoga…” pic.twitter.com/iat5N9vdFZ
— ANI (@ANI) April 19, 2021
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के बेड बहुत तेजी से खत्म हो रहे हैं, ICU बेड की काफी कमी हो गई है। पूरी दिल्ली में 100 से भी कम ICU बेड बचे हैं। ऑक्सीजन की भी काफी कमी है। हम लगातार केंद्र सरकार के संपर्क में हैं और हमें केंद्र सरकार से मदद मिल रही है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में चौथी लहर आई है। तीसरी लहर में रोजाना साढ़े आठ हजार मामले आ रहे थे। दुनिया के कई बड़े शहरों में छह हजार मामलों में हेल्थ सिस्टम चरमरा गया था। अब चौथी लहर में दिल्ली में रोजाना 25 हजार केस आ रहे हैं तो हमारा हेल्थ सिस्टम तनाव में आ गया है। यह अपनी सीमा पर पहुंच गया है। इसके बाद कठोर कदम नहीं उठाए गए तो सिस्टम चरमरा जाएगा। कल एक अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो गई। वहां बड़ा हादसा होते-होते बचा।